पुलिस और डकैतों की मुठभेड़ में दो जवान सहित चार घायल, आठ डकैत गिरफ्तार, एसपी बाल बाल बचे
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। बांसी टाउन से थोड़ी दूर सोनखर गांव में बीती रात पुलिस और डकैतों के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस के दो जवान और दो बदमाश घायल हो गये, जबकि आठ डकैतों को अनेक असलहों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना से इलाके में सनसनी छायी हुई है। इस घटना में एसपी अजय साहनी बाल बाल बच गये।
मिली जाकारी के मुताबिक रात करीब 11 बजे किसी ग्रामीण ने सौ नॅम्बर पर सूचना दी कि सोनखर गांव के पास बाग में डकैतों का गिरोह जमा है, जो गांव पर हमले की तैयारी में है। खबर पाकर बांसी कोतवाली पुलिस मौके पर पहंुची तो डकैतों ने फायरिंग शुरू कर दी।
जवाब में बांसी पुलिस ने भी फायरिंग शुरू की। इस दौरान पूरे जिले की पुलिस को सानखर गांव मे बुला लिया गया। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी खुद मौके पर पहुंच गये। दोनों तरफ से तकरीबन ढाई घंटे गोलियां चलीं गोलियां के बीच कांबिंग भी चलती रही।
अन्ततः पुलिस दल आठ डकैतों को पकड़ने में कामयाब रहा। दो डकैत घायल मिले। इसके अलावा दो पुलिस जवान भी घायल हो गये। चारों घायलों को इलाज के लिए गोरखपुर भेजा गया है। खबर है कि दोनो तरफ से सैकड़ों राउंड गोलियां चलाई गई हैं।
इस बारे में पता चला है कि डकैत दल के सदस्य कानुपर, संभल आदि पश्चिमी जिलों के रहने वाले हैं। यह पूरे प्रदेश में घूम घूम कर वारदात करते हैं। इन्होंने राजधनी लखनउ में भी उकैती डालने की घटना अंजाम दिया है।
फिलहाल पुलिस अभी बदमाशों के बारे में कोई जानकारी देने से कतरा रही है। पुलिस विभाग के एक सूत्र का कहना है कि आज दोपहर में डीआजी खुद सिद्धार्थनगर में प्रेस कान्फ्रेंस कर मीडिया को सारी जानकारी देंगे। तभी बदमाशों के नाम और उनके पूर्व के कारनामें प्रकाश में आ सकेंगे।
सौभाग्य ने पुलिस कप्तान को बचा लिया
एनकाउंटर का नेतृत्व कर रहे पुलिस कप्तान अजय कुमार साहनी जो एक समय तो पूरे खतरे के जद में थे, मगर सौभाग्य ने उन्हें बचा लिया।
बताया जाता है कि गोलियों के आदान प्रदान के दौरान एसपी साहनी के सीने पर दाहिनी ओर एक गोली लगी। लेकिन बुलेट प्रूफ जैकट पहने होने की वजह से वह बच गये। गोली उनकी जैकेट में धंस गई। अगर एहतियातन बेलेट प्रूफ जैकेट न पहने होते तो उनके जीवन को भारी खतरा हो सकता था।