दोस्त अमित की खुदकशी की खबर पर दिव्या ने भी कर ली आत्महत्या?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले के भवानीगंज थाना क्षेत्र के वासा स्थित महाकारुणिक तथागत गौतम बुद्ध राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में रविवार को एक छात्रा का शव कॉलेज के हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटका मिला। इस खबर से हड़कंप मच गया। पुलिस शव कब्जे में लेकर अग्रिम कार्रवाई में जुट गई है। मृत छात्रा का नाम दिव्या सिंह है। उसकी उम्र 17 वर्ष बताई जाती है। वह बस्ती जनपद की रहने वाली थी। दिव्या की दर्दनाक मौत का प्रथम दृष्टया कारण एक युवक की दोस्ती से जोड़ा जा रहा है। जिसने 4 दिन पहले खुद ही आत्महत्या कर ली थी।
बताया जाता है कि रविवार के दिन कालेज के हास्टल की छात्राएं बबड़े इजी मूड में थीं। लंच का समय होने पर लगभग एक बजे दोपहर में छात्राएं हास्टल के लंच रुम में भजन कर रही थीं। बताया गया है कि लगभग डेढ़ बजे जब दो छात्राएं अपने कमरे में पहुंची तो देखा कि उनकी सहपाठी स़त्रह वर्षीया दिव्या सिंह कमरे के पंखे फंदे में लटकी झूल रही है। यह देखते ही लड़कियों ने चीख कर शोर मचाना शुरू कर दिया। देखते ही देखते आसपास की छात्रांए मौके पर जुट गईं।
इसके बाद फंदा काटकर दिव्या को जमीन पर लिटाया गया और वार्डन आदि को सूचना दी गई। वार्डन, अन्य स्टाफ और सहपाठी छात्राओं ने दिव्या को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेंवा पहुंचाया, जहां चिकित्सक ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। भवानीगंज थानाध्यक्ष रामदेव ने बताया कि शव कब्जे में लेने के साथ ही परिजनों को सूचना दे दी गई है। परिजनों के आने के बाद पंचनामा कराकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा।
सुनीता बस्ती जनपद के मुंडेरवा थाने के बोद गांव निवासी प्रदीप सिंह की पुत्री थी। वह हाईस्कूल की परीक्षा पास कर वासा स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में इलेक्ट्रॉनिक ट्रेड से डिप्लोमा कर रही थी। कॉलेज में उसका पहला साल था। उच्च मध्यम वर्गीय परिवार की होने के कारण उस रहन सहन आभावों से परे था। र्थिक समरूा उसके साथ नहीं थी। कालेज में भी कभी तनाव में नहीं दिखती थी। उसका किसी से झगड़ा भी नहीं था। ऐसे में सवाल उठता है कि उसने आत्महत्या क्यों किया?
इस बारे में कालेज का स्टाफ या वार्डेन कुछ भी नही बता पा रही हैं। लेकिन मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मृतका दिव्या की चचेरी बहन ने बताया कि दिव्या का अमित नामक युवक से प्रेम सम्बंध था। 12 फरवरी को अमित ने अज्ञात कारणों से आत्महत्या कर लिया था। इसके बाद से दिव्या बहुत दुखी रहने लगी थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि हो न हो अमित के दुख के कारण दिव्या ने यह दर्दनाक कदम उठा लिया हो। सूचना है कि पुलिस इस बिंदु पर भी गौर कर रही है। लोगों का कहना र्है कि इसके अलावा फिलहाल आत्महत्या का अन्य कोई प्रत्यक्ष कारण नजर नहीं आ रहा है।
पॉलिटेक्निक कॉलेज की वार्डन सुनीता सिंह का वक्तव्य
इस बारे में पॉलिटेक्निक कॉलेज की वार्डन सुनीता सिंह का वक्तव्य बेहद गैर जिम्मेदाराना रहा। छात्रा की मौत पर वे न कोई संवेदना न ही दिखा पाईं न ही इस घटना से से दुखी दिखीं। उन्होंने कहा कि उनके पास और भी काम रहता है, 24 घंटे किसी की रखवाली थोड़ी न की जा सकती है। घटना की जानकारी होने पर पुलिस और परिजनों को सूचना दे दी गई है। एक छात्रा की मौत पर किसी वार्डेन का का यह रवैया शैक्षिक संस्कार के खिलाफ है। कालेज में वार्डेन की भूमिका अभिवावक जैसी होती है।