डायट प्राचार्य उमेश कुमार त्रिपाठी ने कहा- स्वस्थ तन मन ही असली धन है
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। आज की भागदौड़ और तनावपूर्ण जीवनशैली में हम सभी को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहते हुए अपने परिवार और समाज को भी स्वस्थ जीवन शैली अपनाने हेतु जागरूक करने के आवश्यकता है। यह कथन पूर्णतः सत्य है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है और स्वस्थ तन मन ही मनुष्य का असली धन है।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बांसी एवं हुमाना पीपुल टू पीपुल इण्डिया के संयुक्त तत्वावधान में विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में यह विचार डायट प्राचार्य उमेश कुमार त्रिपाठी ने व्यक्त किए। वरिष्ठ प्रवक्ता लालजी पाण्डेय के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम में छात्राध्यापकों ने विभिन्न प्रकार के स्लोगन, चार्ट और भाषण प्रस्तुत कर स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का आह्वान किया।
कार्यक्रम के दौरान डायट प्रवक्ता महेंद्र यादव ने प्रशिक्षु शिक्षकों को बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल 1948 में हुई थी और वर्ष 1950 से इस दिवस को मनाने की शुरुवात हुई। अपने संबोधन में डायट प्रवक्ता धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि आज अधिकतर लोग स्वास्थ के प्रति जागरूक नहीं हैं यह चिंता का विषय है। सभी छात्र शिक्षक यह संकल्प लें कि स्वास्थ्य के प्रति अपने समाज को जागरूक करना है।
इस कार्यक्रम में प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव, श्रवण अग्रहरि, सतीश धवन, मोहम्मद युनुस, फुरकान अहमद, बद्रीनाथ त्रिपाठी एवं हुमाना पीपुल टू पीपुल इंडिया से जैनेन्द्र यादव, हेमंत कुमार तथा अभिषेक पाल सहित दोनों सत्रों के प्रशिक्षु शिक्षकों की उपस्थिति रही।