देखें Video- पत्रकार ध्रुव यादव चरस तस्करी के आरोप में जेल भेजे गये, मीडिया कर्मी आन्दोलित
नजीर मलिक
https://youtu.be/XNtC8sUeZqA
ध्रुव की गिरफ्तारी का विरोध करते नागरिकों की विडियो क्ल्िप
सिद्धार्थनगर। अमर उजाला के पत्रकार ध्रुव यादव को कल दिनदहाडे अलीगढ़वा से उठाने वाली एसएसबी टीम ने उन्हें 6 किलो चरस के साथ अलीगढ़वा कोतवाली को सौंप दिया। पुलिस ने उन पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।
एसएसबी ने अपने तहरीर में कहा है कि ध्रुव यादव नेपाल से चरस लेकर आ रहे थे और उन्हें मुख्य गेट पर चेकिंग के दौरान पकड़ा गया। जबकि अलीगढ़वा के ग्रामीणों का कहना है, कि उन्हें अलीगढ़वा कस्बे के पान की दुकान से जबरन उठाया गया। जिसका ग्रामीणों ने विरोध भी किया, जिसे लाठी चार्ज कर दबा दिया गया।
ध्रुव यादव की फर्जी गिरफ्तारी से सिद्धार्थनगर जिले के मीडिया कर्मी बहुत क्षुब्ध हैं। उन्होंने आन्दोलन की तैयारी कर दी है। उन्होंने घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक राकेश शंकर, मुख्य विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंप कर एसएसबी पर पत्रकार उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
पत्रकारों ने आज शाम 7 बजे जिलाधिकारी को ज्ञापन देने का निर्णय लिया है। इसके बाद आगे की रणनीति बनायी जायेगी। जिसके तहत आन्दोलन कल से सम्भव है। आन्दोलन के पहले चरण में पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन की रणनीति बनायी है।
ध्रुव को एसएसबी पहले भी कर चुकी है गिरफ्तार
गौरतलब है कि पत्रकार ध्रुव यादव को एसएसबी पांच वर्ष पूर्व भी गिरफ्तार कर चुकी है। तब भी मामला फर्जी बताया गया था और इसे लेकर पत्रकारों ने लगड़ा आन्दोलन चलाया था। उस वक्त भी ध्रुव के पास से चरस की बरामदगी दिखाई गयी थी।
इस विषय में ध्रुव यादव का कहना है कि घटना की मजिस्ट्रीयल जांच हो तो दूध का दूध पानी का पानी अलग हो जायेगा। ध्रुव के मुताबिक उन्हें कल दिनदहाडे़ सड़क से उठाया गया, इसे सैकड़ों लोगों ने देखा है और वह बयान देने को तैयार है।
क्या कहती है एसएसबी
ध्रुव के गिरफ्तारी के मामले में एसएसबी के अफसरों के बयान बहुत क्लीयर नहीं है। एसएसबी कमान्डेंट अनिल तिग्गा का कहना है कि वह बाहर है और मामले की जानकारी ले रही है। जबकि डीआईजी, एसएसबी भी जांच करने की बात कह रहे हैं। निचले स्तर पर एसएसबी के जिम्मेदार स्पष्ट रूप से कुछ कहने से बच रहे हैं।
क्या कहते है ग्रामीण
इस बारे में अलीगढ़वा के पूर्व प्रधान व भाजपा नेता अमर सिंह चौधरी, मौजूदा प्रधान बशीरूल्लाह, कलाम अहमद आदि का कहना है कि ध्रुव की गिरफ्तारी फर्जी है और ग्रामीणों के गुस्से का अंदाजा सम्बन्धित विडियो क्लिप देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है।