पत्रकार की गिरफ्तारी के बाद भय और सन्नाटे में डूबा अलीगढ़वा, कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन
नजीर मलिक
भय जनित सन्नाटे में डूबा अलीगढवा कस्बा
सिद्धार्थनगर। अमर उजाला के नेपाल बार्डर रिपोर्टर ध्रुव यादव की कल शाम हुई गिरफ्तारी के बाद से अलीगढ़वा कस्बा भय और आतंक में डूबा हुआ है। दुकानें कल शाम से बन्द हैं। दूसरी तरफ अलीगढ़वा के नागरिकों ने आज कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर प्रभारी जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर ध्रुव यादव के साथ न्याय की मांग की।
जानकारी के मुताबिक ध्रुव की गिरफ्तारी से कस्बे के मुखर लोग काफी भयभीत है।उन्हें आशंका है कि कल ध्रुव की गिरफ्तारी का विरोध करने के कारण एसएसबी के जवान उन्हें भी फर्जी केश में चालान न कर दें। उनका मानना है कि जब एक सीनियर मीडिया कर्मी को जेल भेजा जा सकता है। तो उनकी, क्या बिसात है।
जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते अलीगढवा के ग्रामीण
अलीगढ़वा में प्रवेश करते ही दुकानें बंद दिखती है कस्बे में या तो पुलिस के लोग घूमते दिख रहे हैं, या एसएसबी के जवानों की लहराती राइफलें व उनके बूटों की आवज सुनाई पड़ रही है। बच्चे और महिलायें किसी अनहोनी के आशंका में डूबी हैं। उन्होंने कल शाम बार्डर की रखवाली करने वाली पैरा मिलेट्री (एसएसबी) का जो रूफ देखा है, उसका असर उन पर गहरा पड़ा है।
नेपाल बार्डर पर बसा पांच हजार की आबादी वाले अलीगढ़वा कस्बे में सड़क पर तनहा आदमी नहीं दिखता है। पुलिस और एसएसबी की आहट से दूर लोग छोटे-मोटे झुंड बना कर घटना के सम्बन्ध में धीमी आवाज में बात-चीत कर रहे हैं।
दरअसल कल अलीगढ़वा निवासी और अमर उजाला के पत्रकार ध्रुव यादव को एसएसबी ने हिरासत में लिया था। नागरिकों का कहना है कि पुलिस ने उन्हें चरस के साथ नहीं पकड़ा था बल्कि सड़क से जबरदस्ती उठाया था। जिसका उन्होंने विरोध भी किया, फलस्वरूप एसएसबी ने लाठी चार्ज किया।
भाजपा नेता अमर सिंह चौधरी जो वहां के प्रधान भी रहे हैं, का साफ कहना है कि कोई व्यक्ति 6 किलो चरस लेकर एसएसबी के चेक पोस्ट से जवानों के सामने से क्यो गुजरेगा, अगर वाकई ध्रुव को चरस के साथ पकड़ा गया है तो पूरी घटना वहां लगे सीसी टीवी में जरूर आनी चाहिए।
जिला हेडक्वार्टर पर प्रदर्शन
पत्रकार ध्रुव यादव के गिरफ्तारी से गुस्साये, मगर भयभीत ग्रामीणों ने आज 11 बजे कलेक्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन किया सैकड़ो ग्रामीणों का कहना था कि एसएसबी आये दिन उनके साथ अत्याचार करती रहती है। लेकिन कल की घटना असहनीय थी।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के अनुपस्थिति में प्रभारी डीएम/सीडीओ अखिलेश तिवारी को ज्ञापन देकर पत्रकार के साथ हुए अनन्याय की जांच की मांग की, और उन्हें इस आशय का ज्ञापन भी सौंपा।
ज्ञापन देने वालों में भाजपा नेता अमर सिंह चौधरी, बशीरूल्लाह प्रधान, अब्दुल कलाम, रामकृपाल, सफीक प्रधान, दीपक, प्रभुदयाल, आदि शामिल रहे। इसके अलावा सांसद प्रतिनिधि राजू पाल, हियुवा श्यामधनी राही आदि शामिल रहे। ज्ञात रहे कि ध्रुव यादव को कल एसएसबी ने 6 किलो चरस के साथ पकड़ने का दावा किया था।