वाह रे शोहरतगढ़ पुलिस! मुकदमा लिखाने गये पत्रकार को ही चोरी का मुलजिम बना दिया
नजीर मलिक
सिद्धर्थनगर। तीन दिन पूर्व शोहरतगढ़ टाउन में पत्रकार श्रवण कुमार पटवा की कुछ दबंगों ने सरेआम पिटाई की थी। श्रवण ने इसकी तहरीर थाने को दी, मगर पुलिस ने मुकदमा लिखने के बजाये पीड़ित के खिलाफ चोरी के आरोप का मुकदमा लिख दिया। पुलिस की इस दीदादिलेरी से मुकामी मीडिया जगत हतप्रभ है।
खबर है कि श्रवण कुमार की 21 फरवरी की दोपहर उसी टाउन के दो भाइयों ने मिल कर श्रवण की पिटाई की थी। श्रवण उस वक्त अपनी दुकान पर थे। वह पत्रकारिता के साथ कारोबार भी करते हैं।
सरे आम हुई पिटाई से क्षुब्ध श्रवण ने उसी दिन शोहरतगढ़ थाने को तहरीर दी तो पुलिस मुकदमा लिखने के बजाये श्रवण पर दबाव डाल कर सुलह के प्रयास में लग गई।
दो दिनों तक प्रयास के बाद भी श्रवण ने सुलह करने से इंकार किया तो 23 फरवरी की शाम पुलिस ने श्रवण कुमार के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज कर दिया। इसके बाद से श्रवण का परिवार दहशत से भर गया है।
दरअसल श्रवण कुमार ने दबंगो के परिवार के खिलाफ एक आटीआई डाला था जिससे शोहरतगढ़ में एक बड़े घोटाले के उजागर होने की संभावना थी। सूत्र बताते है कि उक्त आरटीआई का जवाब मिलने पर टाउन के कई ताकतवर चेहरे बेनकाब हो जाते।
इस बारे में श्रवण कुमार ने बताया कि दबंग बहुत ताकतवर हैं। उनका राजनैतिक प्रभाव है। यही कारण है कि पुलिस उन्हें न्याय देने के बजाये सता रही है। इस बारे में श्रवण कुमार ने पुलिस अफसरों से न्याय की मांग की है।