फरियादःबुलेट ट्रेन नहीं, बस हमारी रेल लाइन बहाल कर दो प्रभु
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर से गोंडा और गोरखपुर को जोड़ने वाली ब्राडगेज रेल लाइन सात महीनों से बन कर तैयार हैए लेकिन रेल मंत्री सुरेश प्रभु को जिले के २५ लाख नागरिकों की कोई चिंता नहीं है। सरकार बुलेट ट्रेन बनाने में व्यस्त है और जनता सरकारी रवैये से पूरी तरह त्रस्त।
आनंदनगर से गोंडा तक के बीच की मीटरगेज लाइन ब्राडगेज में बदल दी गई है। आमान परिवर्तन के दौरान तीन सालों तक यहां के लोगों को आवागमन की भारी मुश्किलें उठानी पडीं। नागरिक यह सोच कर मसीबत सहते रहेए कि इसके बाद अच्छे दिन जरूर आयेंगेए लेकिन उनकी मुसीबतों का अंत नहीं हो रहा है।
याद रहे कि यह रेल लाइन पिछले सात महीनों से बन कर तैयार है। रेलपथ का परीक्षण भी हो चुका है। पहले बताया गया था कि फरवरी में इस पर दूरदराज की गाडि़यां चलने लगेंगी। फिर खबर आई कि बजट के बाद अप्रैल में रेलों का संचालन होगा। उसके बाद भी पांचवां महीना चल रहा है लकिन इस रेलपथ पर ट्रेन चलने के फिलहाल कोई आसार नहीं दिखते।
मालूम हो कि इस रेलपथ पर अभी केवल दो डेमो ट्रेन चलती हैंए जो लोकल मुसफिरों के लिए नाकाफी है। सिद्धार्थनगरदृबलरामपुर जनपद के तकरीबन पांच लाख लोग देश के महानगरों में रहते हैं उनके लिए बडी लाइन और दूरस्थ ट्रेनों का बहुत महत्व हैए लेकिन सरकार को उनके दर्द का यहसास नहीं है।
जहां तक रेल विभाग का सवाल है फिलहाल वह इस बारे में कुछ बता पाने में असमर्थ है। उसका कहना है कि यह मंत्रालय स्तर का मामला है। मंत्रालय से ही सही बात पता चल सकेगी। क्षेत्रीय सांसद जगम्बिका पाल जिन्हें इस लाइन के निर्माण का श्रेय हैए केवल इतना ही कहते हैंए कि कुछ तकनीकी दिक्कतें हैं। लेकिन जल्द ही इस रेलपथ पर ट्रेनें चलने लगेंगी।