संदीप पांडेय बोले स्वदेशी अपनाने पर ही रुपया मजबूत होगा, विदेशी वस्तुओं की होली भी जलाई गई
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। मैग्सेसे पुरस्कार विजेता और एक्टिविस्ट संदीप पांउेय ने रुपये की गिरती साख का बड़ा कारण विदेशी वस्तुओं का प्रयोग बताते हुए, उसके बहिष्कार की जरूरत बताई है।
संदीप पांडेय सिद्धार्थनगर में सदभावना विकास मंच के तले आयोजित एक दिवसीय धरने में षामिल होने आये थे और यहां उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर विदेशी सामानों की होली भी जलाई गई।
गुरुवार को सदर तहसील परिसर में मंच के कार्यकर्ताओं के धरने में शामिल होने के बाद सभा को सम्बोधित करते हुए संदीप पांडेय ने कहा कि भारत में आज विदेशी कंपनियों का क्रेज है। लोग उसके सामानों की खरीदारी के दीवाने हैं।
उन्होंने अपने अपने संबोधन में भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज कहती थीं कि जैसे जैसे देश की करंसी गिरती है, वैसे ही देश की प्रतिष्ठा गिरती है। लेकिन सत्ता में आने के बाद भी वह भी उसी रास्ते पर चल रही है।
संदीप पांउेय ने विदेशी सामानाें के बहिष्कार के लिए लिए तमाम साम्प्रदायिक संगठनों का नाम लेकर कहा कि अगर उन्हें देश से प्रेम है तो इस दिशा में कदम उठाना चाहिए और स्वदेशी को अपनाना चाहिए। साम्प्रदायिक बयान बाजी से देश का कुछ होने वाला नहीं है।
इससे पूर्व कार्यक्रम कें विशिष्ट अतिथि, सपा नेता व नगरपालिका सिद्धार्थनगर के अध्यक्ष मो जमील सिदृदीकी ने कहा कि राष्ट्र को आगे बढ़ाना है तो भारतीयता अपनाना होगा। उन्होंने संदीप पांडेय की हर बात का समर्थन किया।
इससे पूर्व सदभावना मंच के तत्वाधान में विदेशी वस्त्रों की होली जलाई गई। इसके बाद प्रशासन के माध्यम से पीएम मोदी को दिये ज्ञापन में अमर शहीद अशफाकुल्लाह के जन्म दिवस 22 क्टूबर को स्वदेशी दिवस मनाने की मांग की गई।
कार्यक्रम के दौरान तहसील परिसर में विदेश सामानों की होली जलाई गई। इस दौरान मंच के प्रमुख मो. फारूख सहित अर्जुन चौबे, मौलाना उस्मान, डा. अंजुम, इमामुदृदीन, रफीउदृदीन, रविशंकर, रमेश गौतम, ब्रहमानंद पांडेय आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन सामाजिक कार्यकर्ता और एक्टिविस्ट मजहर आजाद ने किया।