पुराने बिलों के भुगतान व जीएसटी सुधार के बिना निर्माण कार्य नहीं करेंगे ठेकेदार

November 13, 2017 4:08 PM0 commentsViews: 257
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अजीत सिंह


सिद्धार्थनगर। जिले के ठेकेदारों ने लोकनिर्माण विभाग के तीनों खंडों में काम न करने का फैसला लिया है। ठेकेदारों की मांग है कि पुराने बिलों का भगुतान हो और उन भुगतानों पर जीएसटी न लगा कर  पूर्व की तरह सेल टैक्स व इनकम टैक्स ही लिया जाये। इससे जिले में सड़कों व पुलों के निर्माण कार्य के प्रभावित होने की आशंका खड़ी हो गई है।

सोमवार को इस संबंध में ठेकेदारों ने बैठक कर अपनी मांगों को पूरा करने की जोरदार मांग की। सूर्य प्रकाश चैबे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में ठेकेदारों ने कहा कि जमानत की राशि में जो संशोधन किया गया है, उसके स्थान पर पुराना नियम ही लागू किया जाये। कार्य का सम्पूर्ण धन आने पर ही निविदा आमंत्रित किया जाये।

अपने संबोधन में ठेकेदार मनोज सिंह ने कहा कि मांगों को लेकर काफी पहले ही ठेकेदारों ने अफसरों को सूचित कर दिया था, मगर अफसरों की उदासीनता से समस्या निदान नहीं हो पाया। जिससे ठेकेदारों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। अब इसके निस्तारण तक ठेकेदार कार्य बाहिष्कार जारी रखेंगे।

ठेकेदारों ने कहा कि यरकार ने जीएसटी जब से लागू किया किया है ठेकेदार उसे देने को तैयार हैं। लेकिन यह क्या बात हुई कि जिन कामों का भुगतान विभाग ने अपनी लापरवाही स ेअब तक नहीं किया उस पर भुगतान के वक्त जीएसटी लिया जाये। दुनियां का कोई कानून जब से लागू होता हैए उसी तारीख से उस पर अमल होता है। लेकिन अभियंत्रण विभाग इसे पूर्व के भुतानों पर लागू कर अन्याय कर रहा है।

इस अवसर पर ओम प्रकाश चैबे, अजीत सिंह, पप्पू मिश्रा, सुजीत कुमार, मनीष सिंह, विजय शंकर पांडेय, सूरज कुमार, अनूप सिंह, विनोद सिंह, मिथलेश त्रिपाठी समेत दो दर्जन ठेकेदारों की उपस्थिति

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