… और ट्रेन पटरी पर लेटे बुजुर्ग की जान गेटमैन की तत्परता से बच गई
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर।चिल्हिया थाना क्षेत्र के छतहरा गांव के समीप सोमवार की रात एक बुजुर्ग जान देने के लिए रेलवे ट्रैक पर सो गया। मगर लोको पायलट एवं गार्ड ने सतर्कता बरतते हुए ट्रेन रोक कर बुजुर्ग की जान बचा ली। बुजुर्ग के अनुसार, परिवार की प्रताड़ना से आहत होकर उसने अपनी जान देने का पक्का इरादा कर रखा था। इस प्रकार ‘जाको रखे साइयां मार सके न कोय’ की कहावत एक बार फिर चरितार्थ हो गई।
खबर के मुताबिक ट्रेन चिल्हिया रेलवे स्टेशन से रवाना हुई तो सब कुछ ठीक था। मगर शोहतगढ़ पूर्वी आउटर सिगलन के पास छतहरा गांव के समीप उसी गांव के रहने वाले बुद्धू नाम के ७५ साल के बुजुर्ग, तेजी से आकर ट्रैक पर लेट गये। हालांकि की रात का वक्त था।फिर भी वह कुछ रौशनी के कारण रेलवे गेट मैन ने बुद्धू को ट्रैक पर लेटते देख लिया। गेअमैन ने तत्परता के साथ तत्काल लालबत्ती लहराना शुरू कर दिया।
लाइन क्लीयर के बाद रवाना हो चुकी ट्रेन के लोको पायलट ने लाल बत्ती देख आपातकालीन ब्रेक लगा कर गाड़ी रोकना शुरू कर दिया और वह लेटे व्क्ति के पास आते आते आते रुक भी गई। इससे उस बुजुर्ग की जान बच गई। बाद में बुजुर्ग बुद्धू ने बताया कि उनके तीन बेटे और बहू हैं, लेकिन वे उनका भरण-पोषण नहीं कर रहे हैं। इस कारण उसने जान देने की कोशिश की थी। स्टेशन अधीक्षक भवेश कुमार ने कहा कि पैसेंजर ट्रेन चिल्हिया से छूट चुकी थी और शोहरतगढ़ पहुंचने ही वाली थी कि गेट मैन की सतर्कता से ट्रेन रुक गई और बुजुर्ग की जान बच गई।