रैन बसेरे में लटक रहा ताला, खुले आसमान के नीचे रात काटने को मजबूर मुसाफिर
सत्येन्द्र उपाध्याय
बांसी, सिद्धार्थनगर। रैन बसेरों को लेकर सरकार सख्त है और जनप्रतिनिधियों द्वारा खुले मंच से रैन बसेरे के चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ ताजा मामला जनपद सिद्धार्थनगर के बांसी आदर्श नगर पालिका क्षेत्र का है जहां तहसील के अंदर तथा निराला नगर में बनाये गये रैन बसेरे में ताला लटक रहा है और पर्याप्त मात्रा में अलाव की व्यवस्था भी नहीं की गई है।
अब ऐसे में प्रशासन से सवाल उठता है कि आखिर क्या दूरदराज ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों से बांसी आदर्श नगर पालिका क्षेत्र में आने वाले मुसाफिरों को आखिर कैसे मिल पायेगा रैन बसेरे का सहारा। इस सर्द भरी रात में जब रैन बसेरे मे ताला लगा है तो मजबूर मुसाफिर कैसे रात गुजारेंगे। यहां अलाव भी पर्याप्त जगहों पर नहीं जलाये जा रहे है।
हालांकि सरकार द्वारा नगर पालिका क्षेत्रों में ठंडक के सीजन में अधिक से अधिक सर्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने और रैन बसेरों को 24 घंटे सेवा के लिए तत्पर रखने का निर्देश है। मगर बांसी नगर पालिका प्रशासन हाथ पर हाथ धर बैैैठा है। इनके कानों पर जूूँ तक नहीं रेेंग रहा है।