फर्ज़ी है रामनाथ की कहानी, प्रेमिका को खुदकुशी के लिए उकसाया था
शोहरतगढ़ के अतरी गांव में जमीला (बदला हुआ नाम) की लाश बरामद होने के बाद गिरफ्तार प्रेमी रामनाथ ने पुलिस को मनगढ़ंत कहानी सुनाई थी मंगलवार को पुलिस को दिए बयान में रामनाथ ने कहा था कि उसने और उसकी प्रेमिका ने खुदकुशी की कोशिश की लेकिन वह नाटकीय तरीके से बच गया। मगर रामनाथ की यह कहानी पूरी तरह फर्जी है। एसपी अजय कुमार साहनी ने इस फर्जीवाड़े की पुष्टी की है। कपिलवस्तु पोस्ट के रिपोर्टर दानिश फराज़ की तफ़्तीश बताती है कि कैसे रामनाथ ने अपनी प्रेमिका को फांसी के फंदे तक पहुंचाया और फिर उसके बाद वहां से भाग निकला।
पुलिस की तफ्तीश, बयान और अभी तक के हालात से पता चलता है कि गांव में रहने पर पाबंदी के बाद रामनाथ ने जमीला से छुटकारा पाने का मन बना लिया था। रामनाथ ने जमीला से कहा कि चूंकि अब गांव में रहना मुमकिन नहीं है तो हम दोनों खुदकुशी कर लेते हैं। खुदकुशी की इस कहानी पर यकीन दिलाने के लिए रामनाथ ने जमीला के सामने अपनी कलाई की नस काटने की फर्जी कोशिश की। इस नाटक से जमीला को यकीन हो गया कि रामनाथ अब जीना नहीं चाहता। लिहाजा, वह भी मरने के लिए तैयार हो गई। इसके बाद रामनाथ का असली फर्जीवाड़ा शुरू हुआ।
सोमवार को रामनाथ ने फांसी का फंदा बनाने के लिए रस्सी का इंतजाम किया। फिर रात 8 बजे के आसपास दोनों गांव से बाहर की तरफ चले गए। पेड़ के पास पहुंचने के बाद रामनाथ ने बारी-बारी फांसी लगाने की कहानी गढ़ी और फंदा बनाकर जमीला के आगे बढ़ा दिया। रोती हुई जमीला आगे बढ़कर फांसी पर लटक गई। जब रामनाथ को यकीन हो गया कि वह मर चुकी है तो उसकी लाश वहीं छोड़कर वह भाग आया। एसी अजय साहनी ने बताया कि मौके से सिर्फ एक ही फांसी का फंदा बरामद हुआ है। इससे पता चलता है कि रामनाथ ने खुद की फांसी की कोई तैयारी नहीं की थी। पुलिस को रामनाथ की गर्दन पर भी ऐसा कोई निशान नहीं मिला है जिससे पता चले कि उसने फांसी की कोशिश की थी।
पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा पाई है कि फांसी से ऐन पहले रामनाथ ने जमीला से क्या कहा। उसने कौन-सी बात कहकर भरोसा जगाया जिससे कि वह खुद आगे बढ़कर फांसी के फंदे पर झूल गई। पुलिस इस एंगल से भी तफ्तीश कर रही है कि कहीं रामनाथ ने गला दबाकर जमीला का मर्डर ना कर दिया हो। फिर उसकी लाश पेड़ से लटकाकर इसे खुदकुशी बनाने की फर्जी कहानी गढ़ रहा हो। शोहरतगढ़ थानाध्यक्ष सुरेंन्द्र शर्मा अभी तक इसे हत्या नहीं मान रहे हैं। मुमकिन है कि आगे की पूछताछ में इसका खुलासा हो पाए। वहीं एसपी अजय साहनी ने कहा है कि इसमें कोई शक नहीं कि रामनाथ ने जमीला को खुदकुशी के लिए नहीं उकसाया। लिहाजा, खुदकुशी के लिए उकसाने की धारा एफआईआर में शामिल की जाएगी।
वहीं दूसरी तरफ जमीला के परिवार ने उसकी लाश लेने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जमीला उनके लिए उसी दिन मर चुकी थी, जिस दिन वह एक दूसरे धर्म के व्यक्ति के प्रेम में पड़ी थी। बताते चलें कि शोहरगढ़ थाना क्षेत्र के अतरी गांव की जमीला (23) का गांव के ही रामनाथ (35) प्रेम चल रहा था। पखवाड़ा भर पहले दोनों गांव से भाग गये थे। बाद में गांव वापस आए तो ग्रामीणों ने बाहर निकल जाने का दबाव बना दिया। इसके बाद सोमवार की रात जमीला की लाश पेड़ से लटकती मिली जबकि रामनाथ को उसके घर से गिरफ्तार किया गया था।