देशप्रेमः राष्ट्रीय पर्वों पर तिरंगे के अपमान पर सख्ती करनी होगी, डीएम साहबǃ

October 3, 2017 3:12 PM0 commentsViews: 322
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––– गांधी जयंती पर भी जिले में अनेक स्थानों पर उल्टा लटकाया गया राष्ट्रध्वज

नजीर मलिक

सिद्धार्थनगर। पन्द्रह अगस्त, छब्बीस जनवरी आदि राष्ट्रीय पर्वों पर तिरंगा ध्वज फहराने की परम्परा है। इस अवसर पर कई बार राष्ट्रध्वज का अपमान होते भी देखा गया है। मगर हाल के दो तीन वर्षों में राष्ट्रध्वज को उलटा फहराने की घटनाओं में लगातर वृद्धि हो रही है। इसका कारण राष्ट्रध्वज के अपमान पर प्रशासन द्धारा कड़ा रुख न अपनाया जाना है। इस बार भी २ अक्टूबर को जिले में अनेक स्थानों पर तिरंगे को उलटा लटकाया गया, मगर प्रशासन ने इसके जिम्मेदारों से सवाल तक करना मुनासिब न समझा।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस बार गांधी जयंती के अवसर पर जिले में लगभग एक दर्जन स्थानों पर तिरंगा ध्वज उलटा कर फहरा दिया गया। कई जगह पर तो जिम्मेदार उल्टा झंडा लहराता छोड़ कर चले भी गये।  उदाहरण के तौर पर बाल विकास परियोजना बांसी कार्यालय पर उलटा तिरंगा फहराया गया जो सायंकाल तक फहरता रहा। पूरे दिन किसी की समझ में न आया कि इस गलती को ठीक किया जाये। अब यह नहीं कहा जा जा सकता कि सीडीपीओ को तिरंगे के बारे में ज्ञान कम था।

दूर दराज की बात तो छोडिये, यहां जिला मुख्यालय के प्राथमिक विद्यालय थरौली पर भी गांधी जयंती के अवसर पर उलटा तिरंगा फहराता रहा। कम से कम शिक्षक वर्ग को पता होना चाहिए कि ध्वज का ऊपरी हिस्सा केसरिया होता है। पता रहा होगा, लेकिन यह लापरवाही है। राष्ट्ध्वज के प्रति इसप्रकार की लापरवाहियों के दंड की व्यवस्था है, मगर दंड देगा कौन?

इस बारे में भाजपा नेता राधारमण त्रिपाठी का कहना है कि राष्ट्रध्वज हमारे देश की आत्माहै। इस पर अपमानजनक चोट का मतलब राष्ट् की आत्मा को घायल करना है। यी अक्षम्य अपराध है। इसलिए जिलाधिकारी को चाहिए कि वह इस प्रकार की घटनाओं की जांच कर कर जिम्मेदारों को दंडित करें, ताकि भविष्य में राष्ट्र ध्वज का अपमान न हो सके।

 

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