पुतला दहन तो क्रांति की शुरूवात है, जिले में आने वाले मंत्रियों को भी नजर बन्द करेंगे
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। राष्ट्रीय स्वरोजगार महासंघ के तत्वाधान में सरकार द्वारा गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के उत्पीड़न के विरोध में प्रदेश की शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल का पुतला फूंका गया, तथा चेतावनी दी गयी कि अगर सप्ताह भीतर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो किसानों, गरीबों और युवाओं के साथ रेल रोको चक्का जाम के अलावा जिले में आने वाले मंत्रियों को नजर बंद करने का कार्य करेंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदरी प्रदेश सरकार व प्रशासन की होगी।
उक्त घोषणा पुतला दहन के पूर्व उद्यान पार्क में महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष गोस्वामी गौरव भारती ने अपने साथियों की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी आंखे बंद कर पूंती पतियों की सेवा में लगे हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री भी कोई दूध की धुली नहीं हैं। योगी राज ने लोकतंत्र का गला घोट कर राजतंत्र की छत्रछाया में अरजकता की आग में झुलस रहा हैं
इसी क्रम में मंडल अध्यक्ष परमानंद पांडे व प्रदेश उपाध्यक्ष सुधाकर त्रिपाठी ने कहा कि जनता पूंजीपतियों की फैक्ट्री रूपी स्कूलों में मंहगी फीस, पुन: प्रवेश शुल्क व मंहगी किताबों के बोझ से दबकर घुट घुट कर मर रही है लेकिन इन्हें युवाओं को बेरोजगार बनाने पर सरकार व प्रशासन आमादा है।
पूर्व घोषित कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रबंधक अमरेन्द्र सिंह व विजय श्रीवास्तव ने भी सरकार के विरूद्ध बेहद प्रभावशाली भाषण दिये। इस दौरान अमरनाथ दूबे, संदीप मद्धेशिया, जयप्रकाश श्रीवास्तव, अर्चना सिंह, अवधेश कुमार, प्रभाकर मिश्रा, संजय मद्धेशिया, मनीष पांडे, जयगोविन्द चौधरी सहित सैकड़ों लोग उपस्थ्िात रहे।