रिपोर्ट कार्डः विधायक बोले काम किया है, विपक्ष ने कहा– कुछ नहीं किया
आकाश
सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज सीट से कमाल यूसुफ पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं। कमाल युसुफ पढाई के समय से राजनीति में दखल देने लगे थे। उन्होंने ने अपना राजनीतिक सफर 1972 में अपने गांव कादिराबाद से प्रधान के चुनाव लड़ने के साथ शुरू किया था। 1973 में वह ब्लाक प्रमुख चुने गये। उसके बाद से वह 1977, 80, 85, 2002 व 2012 में विधायक चुने गये।
2003 मे मुलायम सरकार मे मंत्री भी रहे। 2012 के विधानसभा चुनाव कमाल युसुफ ने पीस पार्टी से लडा और अब तक ये विधायक है। इस बार सपा ने इस सीट से इन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है। व्यक्तिगत रूप से मलिक कमाल युसुफ की छवि पूरे सिद्धार्थनगर जिले में अच्छी मानी जाती है।
विधायक बनने के बाद जनता के बीच में जाकर उनकी बात को सुनते हैं और उसे पूरा करने का भरोसा भी देते हैं, लेकिन इनके कार्यकाल में सिद्धार्थनगर जिले की डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र में कितना विकास हुआ, और जनता के अपेक्षाओं पर यह कितना खरे उतरे, आईये देखते हैं इस रिपोर्ट में।
उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में नेपाल सीमा पर स्थित सिद्धार्थनगर जिले की डुमरियागंज विधानसभा सीट की जनसंख्या की प्रमुख संरचना में हिन्दू, कायस्थ, ब्राह्मण, राजपूत‚ मुसलमान, वैश्य‚ पिछडी वर्ग शामिल हैं‚ यहां की आबादी लगभग 6 लाख की है। डुमरियागंज विधानसभा मे 385983 मतदाता है। जिसमे पूरूष मतदाताओ की संख्या 211524 है और महिला मतदाता 174234 है।
जातिगत आकडों पर बात करे तो इस विधानसभा क्षेत्र में 29 प्रतिशत पिछडे 33 प्रतिशत मुस्लिम,16 प्रतिशत दलित और 11 प्रतिशत ब्राम्हण इस सीट पर अब तक 4 बार कांग्रेस 3 बार भाजपा, एक बार जनता पार्टी दो बार लोकदल एक बार दलित मजदूर किसान पार्टी 2 बार सपा, एक बार बसपा एक बार जनसंघ और एक बार पीस पार्टी ने चुनाव जीता है।
इस विधान सभा क्षेत्र के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि है। किसान मुख्यतः धान और गेहूं की खेती करते हैं। रोजगार के साधन न होने से लोग पलायन करने को मजबूर होते है। इस सीट पर अब तक 6 बार कांग्रेस एक बार भाजपा एक बार जनता पार्टी दो बार लोकदल एक बार जनता दल और 4 बार सपा ने चुनाव जीता इस विधानसभा की समस्याओं की बात करे तो यहां की प्रमुख समस्या बाढ़, बेरोजगारी और बिजली है।
मौजूदा विधायक कमाल युसुफ की बात करे तो क्षेत्र में पिछले चार वर्षो में विकास करने के इनके बडे बडे दावे हैं। इनका कहना है इन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में पुलों का निर्माण कराया है जिसकी लोगों को जरूरत थी। क्षेत्र में कई जगहों पर पीएचसी, सीएचसी का निर्माण कराया। बिजली व्यवस्था ठीक करने के लिए 2 सब स्टेशनों का निर्माण कराया है। इन्होंने अपने क्षेत्र में शिक्षा के साथ स्वास्थ्य के लिए काफी काम किया है। विधानसभा क्षेत्र में. सडकों को लेकर काफी काम हुआ है। उनका दावा है कि उन्हे जनता अगर मौका दिया तो आने वाले समय मे जो विकास नही हुआ उसे वह जरूर पूरा करेगे।
विपक्षी पार्टियां विधायक के कामों पर जरा सा भी इत्फाक नहीं रख रही हैं। उनका कहना है कि विधायक ने इस विधान सभा मे कुछ नहीं विकास किया। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष और डुमरियागंज विधानसभा सीट से चुनाव लडने की तैयारी कर रहे नरेंद्र मणि त्रिपाठी का आरोप है कि विधायक ने सिर्फ अपना विकास किया है। इनका कहना है कि सिर्फ प्रदेश मे भाजपा विकास करती है। जबसे से भाजपा प्रदेश मे नहीं है तक से इस क्षेत्र का विकास नहीं हुआ है। बसपा के जहीर मलिक, कांग्रेस के मौलाना हमीदुल्लाह भी कुछ ऐसा ही कहते हैं।
डुमरियागंज विधानसभा के आम लोगों का मानना है कि विधायक जी के कार्यों से वह पूरी तरह से संतुष्ट नही हैं। क्योंकि वह विधायक जी से जितनी उम्मीद करते हैं वह उस पर खरे नही उतर पा रहे हैं‚ आम लोगों की नजर में इस क्षेत्र की सबसे बडी समस्या सडक और पानी की बिजली और स्वास्थ्य सुविधायें हैं, जिसको लेकर विधायक कमाल युसुफ का प्रयास पूरा सफल नहीं हो पा रहा हैइनके रिपोर्ट कार्ड पर कोई 10 में से 10 नम्बर दे रहा है तो कोई इसे एवरेज 5 अंकों में ही सिमटा दे रहा है।