दुर्व्यवस्था से बेहाल है बाँसी बस स्टेशन, प्रेम त्रिपाठी ने की शिकायत
महेंद्र कुमार गौतम
बाँसी सिद्धार्थनगर। हजारों लोगों को अपने मंजिल तक पहुचाने वाला उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का बाँसी बस स्टॉप स्टाफ सहित कई मुद्दों को लेकर बेहाल है। यहाँ से दिन भर में हजारों यात्री निगम की बसों से आवागमन करते है परंतु विभाग के कर्मियों खासकर पूछताछ केबिन में अक्सर किसी के नियमित न बैठने से काफी कठिनाई झेलनी पड़ती है
बस स्टेशन के अंदर बने प्रभारी कक्ष में लगे मकड़ियों के जालो को देखकर ऐसा प्रतीत होता है मानो वर्षो से उसके दरवाजे ही न खुले हो, यही हाल कैंटीन का भी है।
सोचने वाली बात तो ये है कि जिले के सर्वधिक बस इसी स्टेशन से गुजरते है पर स्टेशन परिसर में कोई आगमन प्रस्थान का बोर्ड भी न लगा होने के कारण यात्रियों को काफी मशक्कत झेलनी पड़ती है।
रोडवेज का उत्तर वाला हिस्सा बना प्राइवेट पार्किंग-
बस स्टेशन में घुसते ही आपको उत्तर तरफ प्राइवेट लग्जरी गाड़ियों की कतार बद्ध लाइन आपको स्टेशन नही, बल्कि पार्किंग स्थल नजर आएगी।
स्टेशन परिसर में शौचालय मौजूद है परंतु उसके बाद भी उत्तर तथा दक्षिण तरफ खुले में शौच के कारण उत्पन्न प्रदूषण से सांस लेना दूभर हो जाता है।हालांकि स्टेशन पर गार्ड भी नियुक्त हैं पर वो भी चुप्पी साधे यात्रियों के बेंच पर आराम फरमाते रहते है।
भाजपा नेता प्रेम त्रिपाठी ने रोडवेज बस स्टेशन की हालत सुधारने सम्बंधी एक शिकायती पत्र लिखा है। उन्होँने पत्र में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से रोडवेज की दशा सुधारने के लिए बजट की मांग की है।