वहशी ने किया सात साल के मासूम अरमान का कत्लः उसका कसूर यह था कि वह बेकसूर था
दानिश फराज / ओजैर खान
शोहरतगढ/बढ़नी, सिद्धार्थनगर। कल यानी रविवार को गायब हुए सात साल के मासूम अरमान की लाश आज बरामद हो गई है। अरमान का कत्ल बहुत वहशियाना ढंग से किया गया है। ढेबरुआ थाना के तिरछिहवा गांव के गन्ने के खेत से उसकी लहू लुहान लाश बरामद होने के बाद पूरा गांव हाय हाय कर रहा है। उस मासूम ने किसी का क्या बिगाड़ा था। इस वहशियाना कत्ल के वाकये से पूरे इलाके में शोक की लहर है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। हत्या का वजह कोई गहरी रंजिश मालूम होती है।
ग्राम खैरी शीतल प्रसाद के टोला तिरछहवा निवासी मुकम का बेटा अरमान रविवार दोपहर को अचानक से लापता हुआ था। लोग उसकी तलाश में जुटे हुए थे। पूर रात भटकने के बाद अरमान का कुछ पता नहीं चल पाया था। आज सोमवार को 11 बजे उसकी लाश गांव के पूरब मे स्थित रामचंद्र उर्फ साधू महतो के गन्ने के खेत मे पाई गई। उसका पेट चीर कर कत्ल किया गया था।
बच्चे के पेट पर धारदार हथियार से हमला करने के निशान हैं। इससे लगता है कि उसे बेरहमी से मारा गया है। परिवार की तहरीर मौके पर पहुंची ढेबरुआ थाने की पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की छानबीन मे जुट गई है। कत्ल की इस घिनावनी वारदात से पुलिस वाले भी द्रवित हैं।
अरमान की मौत की खबर परिवार को मिलते ही कोहराम मच गया। अरमान अपने मां बाप का इकलौता चिराग था। बेटे का शव मिलने के बाद पीड़ित परिवार का रो रोकर बुरा हाल है। लेकिन उसकी हत्या किन कारणों से की गई, वह साफ नहीं हो पा रहा है। वैसे ऐसी वहशियाना हत्याएं आम तौर पर किसी नफरत भरी दुश्मनी की वजह से होती हैं। पुलिस इस एंगिल से जाच भी कर रही है।