सड़क पर तड़प कर बच्चे के साथ ध्रुव की रहस्यमय मौत, अबोध बेटी व 75 वर्षीय बाप बेसहारा
ध्रुव ने बच्चों के साथ खुद जहर खाया अथवा किसी ने दुश्मनी में दिया जहर,
इस सवाल का जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं, पुलिस जांच में जुटी
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। सड़क पर दो बच्चों के साथ तड़प कर जाने देने वाले ध्रुव ने बच्चों को जहर खिला कर स्वयं खाया था अथवा कसी ने साजिश के तहत उसे उसे जहर खिलाया था, यह अभी सपष्ट नहीं हो सका है। मुकामी पुलिस को भी इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है। दूसरी तरफ, पोते समेंत बेटे ध्रुव की मौत के बाद उसके बूढ़े पिता पूर्णमासी का रो-रोकर बुरा हाल है। जिला अस्पताल में पोते के शव को देखकर पूर्णमासी दहाड़ें मारते हुए उससे लिपट जा रहा था। बार-बार यही कर रहा था कि हमें छोड़कर क्यों चले गए। वहीं घटना के बाद से गांव में मातम छाया हुआ है। शुक्रवार को घटी घटना के बाद से हर किसी की आंखें नम हैं और घटना की चर्चा करते हुए सब से यही कह रहे हैं कि 75 साल के बुजुर्ग पूर्णमासी को अब कौन सहारा देगा?
बताया जाता है कि सदर थाना क्षेत्र के ग्राम कटया दुबे गांव निवासी ध्रुव मुम्बई में रह कर काम करता था। वहीं उसने शादी भी कर ली थी। लेकिन शादी के कुछ ही साल बाद पत्नी की मौत हो गई। पत्नी की मौत के बाद से वह टूट सा गया था। इसके बाद वह निराश मन से सिद्धार्थनगर चला आया और ई रिक्शा खरीद कर अपने दो अबोध बच्चों का पालन पोषण करने लगा। उसके पिता पूर्णमासी भी खुश थे और दिन भर अपने ५ वर्षीय पोते फूलमूर्ति और तीन साल की पोती सपना की देखभाल में लगे रहते। लेकिन इस घटना के बाद वे अस्पताल में स्ट्रेचर पर पड़े बेटे व पोते का शव देख कर दहाड़ें मार रहे थे। वह बार बार कह रहे थे कि हे भगवान अब उनकी आगे की जिंदगी कैसे कटेगी।पोती सपना को कैसे पाल पोस सकेंगे। उनका चीख भरा रुदन देख हर आदमी का कलेजा कांप जा रहा था।
बता दें कि शुक्रवार सायं गांव से बाहर लोगों ने ध्रुव व उसके बेटे फूलमूर्ति व बेटी सपना के साथ सड़क पर तडपते देखा। लोगों ने तीनों को अस्पताल पहुंचाया जहां ध्रुव और उसके पास साल के बेब् कर मृत षित करदिया गया। बेब् सपना खतरे से बाहर है। डाक्टर के मुताबिक उने शरीर जहर था। अब यह साफ नही हो पा रहा है कि बच्चों के साथ ध्रुव ने खुद जहर खाया याकिसी ने उन्हें जहर खिलाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और गांव का माहौल गमगीन है।