शिक्षा की ज्योति से मिटाया जा सकता है दुनियां से कुरीतियों का अंधेरा-खाकसार
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। देश और समाज के के निर्माण में तालीम का यागदान अहम है। इससे पूरी दुनियां में फैले कुरीतियों के आंधरे को मिटाया जा सकता है।
यह बातें एक्टिविस्ट सगीर खाकसार ने कहीं। वह अल्पसंख्यक अधिकार दिवस पर जेएसआई स्कूल पचपेड़वा में आयोजित एक गोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। गोष्ठी राष्ट्र निर्माण में शिक्षा के योगदान विषय पर थी।
इस अवसर पर सगीर खाकसार ने कहा कि शिक्षा विकास की जननी हैं इसके माध्यम से इंसान की समझ विकसित होती हैं, जो उसे अच्छे बुरे की तमीज सिखाती हैं।
खाकसार ने कहा कि दुनियां आज बहुत तरक्की पर है, तो इसका कारण शिक्षा ही है। यह देश के निर्माण का मुख्य कारक भी है। आज दुनियां के तमाम देशों में जो विकास है, उसका कारण शिक्षा ही है।
उन्होंने कहा कि एक जमाने में जब शिक्षा का अस्तित्व नहीं था,? तो इसान जंगलों में रहता था। सभ्यता नहीं थी। इंसान जानवर सभी बराबर थे। इंसान को शिक्षा ने ही सभ्य बनाया।
बेदारी संस्था द्धारा आयोजित कार्यक्रम की अघ्यक्षता आरपी श्रीवास्तव ने की। कार्यक्रम में दुर्गेश चौधरी, अब्दुल रशीद, किशन श्रीवास्तव, वकार हुसैन, किशोर श्रीवास्तव, अलका श्रीवास्तव, अंजुम, राकेश कुमार, नसरीन, अनुराधा गंगवार, दीपा सिंह, सबीना, फरहान खान, नईम खान आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।