साइकिल रैलीः फरहान की कमान में युवा सपाइयों ने हालात से आगाह कराया
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। युवा समाजवादियों की दो दिनी साइकिल रैली ने जले में सत्ताधरी दल के खिलाफ जनमत बनाने की जी तोड़ मेहनत की। इसकर असर चाहे जो भी हो, लेकिन उन्होंने जनपदवाहिसयों को अगाह तो कर ही दिया है कि मोदी-योगी की सरकार में किसान, मजदूर और मजलूम बेबस हैं। प्रजांतत्र पर खतरा है पूजींवादी और फसीवादी ताकतें लगातार मजबूत होती जा रही हैं।
कल समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय से सपा के युवा नेता फरहान खान के नेतृत्व में सपा की साइकिल यात्रा निकली। प्रजातत्र बचाओ नामक इस रैली के लिए विशेष अनुमति स्वय फरहान खान ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से लिया था।रैली कल जिला मुख्यालय से निकल कर बर्डपुर, ‘शोहरतगढ, ढेबरुआ होते हुए इटवा पहूंची। इस दौरान कई नुक्कड़ सभाओं में मोदी सरकार कि नीतियों को देश और देश की जनता के लिए घातक बताया गया।
रैली का नेतृत्व कर रहे फरहान खान ने कहा कि मोदी सरकार में जिस प्रकार आम आदमी, कमजोर, किसान और मजलूम को दबाया जा रहा है, व प्रजातंत्र के लिए घातक है। अगर देश का किसान जवान नहीं चेता तो भाजपा के हाथों प्रजातंत्र बंधक हो जाएगा। रैली आज डुमरियागंज से रवाना हो चुकी है यह तीस किमी चल कर और कई नुक्कड सभाओं से गुजर कर बांसी पहूंचेगी, जहां उसका समापन होगा।
इस रैली की खूबी यह रही कि इसका नेतृत्व युवा नेता फरहान खान ने उस वक्त किया जब पार्टी नेता सुसुप्तावस्था में हैं, विरोध के स्वर चुप हैं, जबकि जिले में सपा ही भाजपा का प्रतिद्धदंदी दल है। बहरहाल सपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष द्धारा रैली को हरी झंडी दिखाना और सपा जिलाध्यक्ष झिनकू चौधरी का साथ रहना रैली का सकारात्मक पक्ष था। उम्मीद है कि फरहान की यह कोशिश जनमत को जगाने की महत्वपूर्ण कोशिशों में गिनी जायेगी। रैली में डा. अफरोज खान की भूमिका भी सराहनीय रही।