सामाजिक समरसता हिंदुत्व का प्राण है, विषय पर गोष्ठी आयोजित
देवेश श्रीवास्तव
सिद्धार्थनगर। विश्व हिंदू सिद्धार्थनगर इकाई द्वारा सामाजिक समरसता हिंदुत्व का प्राण है विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसके माध्यम से ब्रम्हलीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की पुण्यतिथि मनाई गई। नवनियुक्त पदधिकारियों को मनोनयन पत्र देकर उन्हें दायित्वबोध कराया गया। इसके पश्चात समरसता भोज का आयोजन हुआ।
मुख्य अतिथि सरजू प्रसाद शुक्ल ने कार्यक्रम के दौरान ही अध्यक्ष अखण्ड प्रताप सिंह के संगठन के प्रति समर्पण एवं योगदान को देखते हुए प्रान्त कार्यकारिणी का सदस्य घोषित किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही इनको महत्वपूर्ण दायित्व प्रदान किया जाएगा। सभा ने जोरदार तालियों से स्वागत किया। इसके बाद अखण्ड प्रताप सिंह ने विश्व हिंदू महासंघ सिद्धार्थनगर के अध्यक्ष सुनील कुमार त्रिपाठी को घोषित किया। सभा मे उपस्थित लोगों ने तालियों की जोरदार गड़गड़ाहट से उत्साहवर्धन करते हुए नवनियुक्त प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं नवनियुक्त जिलाध्यक्ष का फूलमालाओं से स्वागत किया।
विश्व हिंदू महासंघ द्वारा ब्रम्हलीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ नाथ के पुण्यतिथि मनाने के साप्ताहिक कार्यक्रम में सोमवार को विश्व हिन्दू महासंघ सिद्धार्थनगर द्वारा हनुमान गढ़ी मन्दिर सभागार में “सामाजिक समरसता हिंदुत्व का प्राण है” विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरजू प्रसाद शुक्ला मण्डल अध्यक्ष बस्ती एवं मुख्य वक्ता अखिलेश सिंह जिलाध्यक्ष बस्ती रहे। कार्यक्रम के शुभारंभ पर समस्त लोगों का तिलक एवं माल्यार्पण करके स्वागत किया गया।
महिला शक्ति अध्यक्ष माधुरी मिश्र ने सबके आगमन पर स्वागत गीत गाया। मुख्य अतिथि सरजू प्रसाद शुक्ला, मुख्य वक्ता अखिलेश सिंह, अतिथि शिवप्रसाद त्यागी, दिव्यांशु महाराज को अंगवस्त्र एवं श्रीराम मंदिर का स्मृतिचिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया गया। भूपनारायण सिंह, रमेश कुमार पांडेय को अंगवस्त्र प्रदान किया गया। इसके बाद बारी बारी से सभी लोगों ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
अधिवक्ता प्रकोष्ठ अध्यक्ष इंदु कुमार सिंह ने सबोधित करते हुए कहा कि हिंदुत्व के प्रति समर्पित महंत अवैद्यनाथ जैसे विरले ही होते हैं हम सभी को उनके पदचिन्हों का अनुसरण करना चाहिए। हिंदुत्व के साथ ही राजनीति में भी वह सक्रिय रहे और सतत रूप से हिंदुत्व के विकास का कार्य करते रहे।
धर्माचार्य प्रकोष्ठ प्रमुख कृपाशंकर त्रिपाठी एडवोकेट ने सम्बोधित में कहा कि जब तक हम जातियों वर्गों में विभक्त रहेंगे तब तक हिंदुत्व का विकास होना असंभव है और हम संगठित नहीं हो सकते इसलिए इतिहास से सीख लेते हुए वर्तमान की प्रचण्ड आवश्यकता है कि हम लोगों को जाति सम्प्रदाय का त्याग करने एवं सामाजिक कुरीतियों को छोड़ते हुए एकमात्र सूत्र हिन्दू में बंधकर ही रहना होगा तभी हमारा विकास सम्भव है अन्यथा राजनैतिक पार्टियाँ जातियों, वर्गों, सम्प्रदायों में विभक्त करके लाभ उठाती रहेंगी।
मुख्य वक्ता ने जयघोष के साथ सम्बोधन का शुरुवात किया और उन्होंने कहा कि पहले का वक्त ऐसा भी हुआ करता था जब देश प्रदेश में हिन्दू विरोधी सरकारें हुआ करती थीं। वे सरकारें हिंदुत्व के उन्नयन व कल्याण के लिए बने संगठनों पर नित प्रतिबन्ध लगाती रहती थीं। इससे आजिज होकर देश प्रदेश के हिन्दू चिंतक महंत अवैद्यनाथ जी के पास आये और उन्होंने इसका विकल्प निकलने को कहा। महंत अवैद्यनाथ ने विश्व के हिंदुओं के कल्याण के लिए विश्व हिंदू महासंघ का गठन किया था।
तब से विश्व हिंदू महासंघ अपने उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को समर्पित है। कहीं भी हिंदुओं पर अत्याचार होने पर ब्रम्हलीन महंत जी वहाँ पहुंचकर कार्यक्रम करते थे जिसके लिए किसी को आमंत्रण देने की आवश्यकता नहीं होती थी लोगों का हुजूम एकत्रित हो जाता था। इसलिए ब्रम्हलीन महंत जी की पुण्यतिथि सप्ताह भर मनाई जाती है। संगठन के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरखपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्य नाथ जी महाराज हैं जिन्होंने संगठन को नई ऊंचाइयां प्रदान करते हुए हिंदुओं की सोइ हुई चेतना को जागृत किया और निरंतर कर रहे हैं।
मुख्य अतिथि सरजू प्रसाद शुक्ल ने सम्बोधित करते हुए बोले कि यह अत्यन्त हर्ष का विषय है कि हम हिंदुत्व के विकास के लिए सामाजिक समरसता का अनुसरण करते हुए जाति पांति ऊंच नीच के भेद भाव को दूर करते हुए एक होकर ब्रम्हलीन महंत अवैद्यनाथ महाराज के सपने को साकार कर रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अध्यक्ष अखण्ड प्रताप सिंह ने संबोधन में जय श्रीराम के नारे से उद्घोष करते हुए सभा में जोश भरते हुए हिंदुत्व चेतना को जागृत करने वाला उद्बोधन दिया और उपस्थित सभी लोगों एवं शयोगकर्ताओं का धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा किया। इसके बाद समरसता भोज के तहत सभी लोग एक पंक्ति में बैठकर भोजन प्रसाद ग्रहण किये। कार्यक्रम में उद्घोषक नगर अध्यक्ष बर्डपुर राजन मोदनवाल एवं संचालन महामंत्री जय प्रकाश गुप्त ने किया।
इस दौरान अमित कुमार त्रिपाठी, हरिश्चंद्र उपाध्याय, संजय कसौधन, गोविंद शुक्ल, फतेह बहादुर सिंह, दुर्गेश श्रीवास्तव, सन्तोष मिश्र, कृष्णा मिश्र, बालजी मिश्र, जैनेन्द्र मिश्र, अमन जैसवाल, सर्वेश विश्वकर्मा, श्रीकांत दुबे, शिवकुमार, राजा मिश्रा, नप्पू बाबा, सूर्य प्रकाश सिंह, विपुल दुबे, हरेंद्र बहादुर सिंह, आलोक सिंह, शम्भू सिंह, कौशल किशोर, अंकित सिंह, आशीष श्रीवास्तव, राहुल जैसवाल, कमला प्रसाद, गनपत, विनोद चौहान, वीरेंद्र कुमार, विनोद दुबे, रंजीत कौशल, सन्तराम मौर्य, अजय वर्मा, घनश्याम जैसवाल, धीरेश जैसवाल सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।