समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी घोषित, सूची देख कर निराश हुए कार्यकर्ता, कई जगहों पर बगावत संभव
मुख्यालय से रामसेवक लोधी, बांसी से चमनआरा राइनी व बढ़नी से रामनरेश चैयरमैन प्रत्याशी घोषित, कई स्थानों पर बगावत की आंशंका
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। समाजवादी पार्टी ने जिले की 11 में से 9 नगर निकायों से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। प्रत्याशियों की सूची में कुछ नामों को देख कार्यकर्ता अवाक है और निराशा में अपना माथा पीटने में लगे हैं। कई ने तो अभी से विद्रोह का मन बना लिया है। अनुमान है कि चुनाव में सपा को भारी बगावत का सामना करना पड़ेगा।
राम सेवक को टिकट, जमील को झटका
मिली जानकारी के अनुसार सिद्धार्थनगर (मुख्यालय) की नगर पालिका से समाजवादी पार्टी ने राम सेवक लोघी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। लोधी युवा और मेहनती है तथा पिछले दो सालों से क्षेत्र में पूरी तरह से सक्रिय है। लेकिन सपा ने अपने पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मो. जमील सिद्धीकी का टिकट काट कर राम सेवक लोघी को टिकट दिया है। इससे पार्टी के वर्करों में आश्चर्य है।
कहा जा रहा है कि मो. जमील सिद्दीकी को गुटीय राजनति का शिकार बनाया गया है। राम सेवक लोघी जाति से हैं जिनकी तादाद शहर में काफी कम है। इसलिए जातीय गणित भी लोधी के खिलाफ जाती है। जमील समर्थक और मुस्लिम मतदाता पार्टी के निर्णय पर अभी तक सदमें में है। देखना है कि राम सेवक लोधी इस विषम समीकरण को कैसे सुलझा सकते हैं।
इटवा का टिकट होल्ड, बगावत की आशंका
इटवा में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय के तीन करीबियों में होड़ है। यहां से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय के करीबी और गैर राजनीतिक आदमी पल्लन पांडेय की पत्नी एश्वर्य पांडेय समेत दो अन्य करीबी राजेन्द्र जायसवाल और रज्जन पांडेय भी है। इसमें से किसी एक को टिकट मिला तो दो अन्य संभावित विरोध कर सकते हैं। चर्चा तो यहां तक है कि टिकट न पाने पर राजेन्द्र जायसवाल बगावत कर किसी अन्य दल से चुनाव लड़ सकते हैं। इसी भय से यहां का टिकट होल्ड रखा गया है जिसका एलान अंतिम क्षणों में किया जायेगा ताकि कोई बागी किसी दूसरे दल से चुनाव न लड़ सके।
चमन आरा सबसे मजबूत प्रत्याशी साबित होंगी
पार्टी ने नगर पालिका बांसी से पूर्व चेयरमैन चमनआरा राइनी को उम्मीदवार बनाया है। यही एक सीट है जिसके जीतने के बारे में समाजवादी पार्टी अश्वस्त हो सकती है। यहां भी चमन आरा का टिकट कटाने के लिए भाजपाई पृष्ठिभूमि वाली संध्या जायसवाल को पार्टी में शामिल कराया गया परन्तु हाई कमान ने चमन आरा को ही तरजीह दिया वरना यह सीट भी हद कमजोर हो जाती। चमनआरा एक बेहतर उम्मीदवार है और फिलहाल जिले की यही एकमात्र सीट है जिस पर सपा के जीत की दावेदारी सर्वाधिक है।
कई निकायों में कमजोर हुई सपा
डुमरियागंज से भी सपा ने निवर्तमान चेयरमैन जफर अहमद के परिवार की सदस्या कहकशां को उम्मीदवार घेषित किया है। यह सीट भी इस बार बहुत कमजजोर मानी जा रही है। क्योंकि जफर अहमद के कार्यकाल में जनता उनसे काफी निराश हुई है। इसके अलावा नगर पंचायत बर्डपुर व बढ़नी को छोड़ कर अन्य जगहों पर भी सपा को फिलहाल लोग कमजोर आंक रहे हैं। बढ़नी में निवर्तमैन चेयरमैन व सपा नेता निसार बागी को टिकट न देकर सपा ने अपनी साख बना रखी है। यहां से पूर्व अध्यक्ष राम नरेश उपाध्याय चुनाव में किसी भी तरह की चुनौती को मुकाबला करने में भंली भाति सक्षम हैं।
शोहरतगढ़ में गोपाल फ़ौजी को टिकट
नगर पंचाायत शोहरतगढ़ से गोपाल फौजी को उम्मीदवार बनाया गया है। हालांकि गोपाल फ़ौजी के टिकट कि घोषणा से यहां के लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। गोपाल अभी तक शोहरतगढ़ नगर पंचायत की जनता में अपनी जड़ नहीं जमा सके हैं।