समाजवादी स्कूल और शिविरों से ही साम्प्रदायिकता का मुकाबला संभव- श्रीराम+जयेन्द्र
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। समाजवादी विखचारधारा से ताल्लुक रखने वाले यूवा श्रीराम जायसवाल व जयेन्द्र यादव ने फासिस्ट विचारधारा का मुकाबल करने के लिए समाजवादी स्कूलों की स्थापना और समाजवादी चिंतन शिविर आयोजित करने की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा है कि ऐसे स्कूल एक समतसमूलक समाज की स्थापना में बहुत सहायक सिद्ध हो सकते हैं।
गत दिवस बर्डपुर कस्बे में सामाजवादी शिक्षा पर आयोजित गोष्ठी में सपा नेता श्रीराम जायसवाल ने कहा कि साम्प्रदायिक ताकतें देश भर में अपने शिक्षा संस्थानों का जाल बिछा रही हैं। उनसे निकले अधिकाश युवा देश का माहौल जहरीला कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे में समाजवादी पाटी, राजद जैसी समाजवादी विचारधारा के राजनीतिक दलों को चाहिए कि वह अपने अपने प्रभावक्षे़ में समाजवादी स्कूलों की स्थापना करें , ताकि वहां बच्चों को साझा विरासत और भाईचारा पर आधारित शिक्षा दी जा सके। इससे देश में साम्प्रदायिकजा कि विचार को रोकने में मदद मिल सकेगी।
इसी क्राम को आगे बझाते हुए एक अन्य समाजवादी युवा जयेन्द्र यादव ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सबुह की शाखाओं में अपने विचार का प्रसार करता है। लेकिन समाजवादी सोते रहते हैं। उन्होंने कहा कि पहले समाजवादी चिंतन शिविरों का आयोजन होता था, लेकिन अब वह भी बंद हो गया है। समाजवादियों को चाहिए कि वह फिर से चिंतन शिविरों का आयोजन करे, ताकि युवाओं को जिम्मदार नागरिक के रू में ढाला जा सके।
दोनो युवाओं का कहना है कि जब युवाओं का दिमाग समाजवादी होगा तो वहीं युवा समाजवादी पार्टी को बूथ स्तर तक स्वयंसेवक के रूप में मदद दें सकेंगे। विमर्श में आकाश रावत, देवेंद्र सिंह, घनश्याम जायसवाल, रामसागर चौधरी, दिनेश जायसवाल आदि युवा शामिल रहे।