भाजपा बैठक में चले लात घूंसे, ज़िलाध्यक्ष सीएम योगी से मिले, बड़ा एक्शन संभव
इतनी बड़ी घटना को मीडिया ने लिया हल्के में, भाजपा के कुछ बड़े नेताओं पर कार्रवाई संभव, लोकसभा सत्र के बाद हो सकता है एक्शन
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। भारतीय जनता पार्टी के इटवा विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक में गुरुवार को जमकर लात-घूसे चले। इसमें कुछ कार्यकर्ताओं ने कुछ लोगों पर आरोप लगाया कि इसमें साइकिल चलाने वाले क्यों आ गए हैं। इस पर कुछ कार्यकर्ता भड़के। इससे दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। हालांकि इस संबंध में भाजपाई कुछ भी कहने से किनारा कर रहे हैं। मगर इस बारे में मीडिया भी कुछ खुल कर लिखने अथवा बोलने से कतरा रही है। अब इस बात को लेकर चर्चा है कि इस मुद्दे पर जिले के कुछ भाजपा नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
बताते हैं कि भाजपा के काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय महामंत्री सुशील तिवारी व मथुरा जिले के विधायक राजेश चौधरी समीक्षा करने आये थे। बैठक में डुमरियागंज सीट पर भारतीय जनता पार्टी का मतदान प्रतिशत घटने को लेकर चर्चा हो रही थी। बैठक में उसके कारणों पर विमर्श हो रह था। दोनों नेता इस संबंध में अभी कार्यकर्ताओं से जानकारी ले रहे थे। इस दौरान कुछ लोगों ने कहा कि जिन्होंने लोकसभा चुनाव में साइकिल चलाई है, वह इस बैठक में क्यों आ गए। दरअसल आरोप है कि इटवा में भाजपा के एक प्रभावशाली नेता के धड़े ने चुनाव में जगदम्बिका पाल का खुल कर विरोध किया था। बैठक में आये ऐसे ही कुछ नेताओं को साइकिल चलाने वाला कहा जा रहा था।
बहरहाल साइकिल चलाने वाले लोग बैठक में क्यों आये, इसी कटाक्ष को लेकर कार्यकर्ताओं के दोनों गुटों में कहासुनी शुरू हो गई। बात बढ़ी तो वह एक दूसरे से बहस करते हुए बाहर निकल गए। इस बात को लेकर कार्यकर्ता दो धड़े में बंट गए और नोक झोंक गाली गलौज में बदल गई और वहां दोनों धड़ों के कुछ लोग जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान मुर्दाबाद व जगदम्बिका पाल मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। बाद में किसी ने इटवा नगर पंचायत अध्यक्ष के ड्राइवर को मार दिया। इस पर दूसरे गुट ने अपने विरोधी को पीटना शुरू कर दिया और लोगों के बीच जम कर लात घूंसे चलने लगे। इस घमासान को देख बैठक छोड़ कर तमाम कार्यकर्ता निकल आये। उसके हस्तक्षेप के बाद बड़ी मुष्किल से मामला किसी तरह से शांत कराया गया।
भाजपा जिलाध्यक्ष सीएम योगी से मिले
बता दें कि भाजपा की समीक्षा बैठकों में प्रदेश के विभिन्न जिलों में हंगामे हुए हैं। इनमें अयोध्या, सहारनपुर, बस्ती आदि कई जनपद शामिल है, मगर सबसे ज्यादा हंगामा सिद्धार्थनगर जिले में हुआ है। जिसमें लात मुक्के खूब चले। मगर मीडिया में इस बारें में ज्यादा चर्चा नहीं हुई। वैसे सिद्धार्थनगर की इस घटना से जिले में भाजपा की अर्न्तकलह पार्टी को कितना नुकसान पहुंचाएगी, इसका आंकलन अभी लगाया जा रहा है। इस मामले में ताजा खबर यह है कि भाजपा के जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर सारे हालाता से अवगत कराया है। समझा जाता है कि जल्द ही इस मामले में भाजपा के कुछ नेताओं के खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है।
भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा
भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान का कहना है कि बैठक के दौरान वे भीतर बैठे हुए थे। बाहर क्या हुआ इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। मीटिंग में हर विधानसभावार मंडल अध्यक्ष मंडल महामंत्री व अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे। मीटिंग में मत प्रतिशत घटने को लेकर चर्चा चल रही थी। उन कारणों को तलाशा जा रहा था कि किस वजह से वोट प्रतिशत कम हुआ। इसी बीच बाहर उक्त घटना घट गई।