सपा और कांग्रेस गठबंधन सेक्युलरिज्म के नाम पर ढोंग – क़ाज़ी इमरान
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। सूबे में आगामी विधानसभा चुनावों में सपा और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए आप नेता इं क़ाज़ी इमरान लतीफ़ ने कहा कि सपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां सदा से सेकुलरिज्म का ढोंग करके अल्पसंख्यक समाज को ठगती आ रही हैं।
आम आदमी पार्टी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ पूर्वांचल प्रदेश अध्यक्ष इं क़ाज़ी इमरान लतीफ़ ने कहा कि अपनी अपनी सत्त्ता के दौरान दोनों ही स्वघोषित सेक्युलर दलों ने मुसलमानों का हर स्तर पर हर क्षेत्र में जम कर शोषण किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुसलमानों के पिछड़ेपन के सबसे बड़े गुनाहगार यही दोनों दल हैं, लेकिन जब चुनाव का समय आता है तो दोनों ही दलों के नेता खुद को मुसलमानों का सबसे बड़ा हमदर्द दिखाने लग जाते हैं।
आज मुसलमान दोनों ही दलों से स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहा है क्यूंकि इतिहास गवाह है जहाँ कांग्रेस ने बाबरी मस्जिद शहीद करवाई तो सपा ने मुज़फ्फ़रनगर समेत 200 से ऊपर दंगे करवाने का श्रेय हासिल किया, सपा ने दादरी के हत्यारों को सम्मानित किया और कांग्रेस ने हाशिमपुरा के हत्यारों को बचाने का काम किया।
सपा के आंतरिक झगड़े पर कटाक्ष करते हुए इं लतीफ़ ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने स्वयं अखिलेश यादव को मुस्लिम विरोधी बताया था अब प्रदेश का मुसलमान मुलायम सिंह से पूँछ रहा है कि वह उनके मुस्लिम विरोधी बेटे को मुख्यमंत्री क्यों बनाये। इमरान ने कहा कि प्रदेश का मुसलमान इन दोनों दलों को सबक सिखाने की ठान चूका है और विधानसभा चुनावों के साथ साथ 2019 लोकसभा चुनावों में इसका खामियाजा दोनों दल बखूबी भुगतेंगे।