सर्राफा व्यापारियों ने कहा पुलिस को उनकी चिंता नहीं, अब तक नहीं पकड़े गये कंचनपुर कांड के लुटेरे
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिले के सर्राफा व्यापारियों ने पुलिस पर सुनारों के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा है कि वर्तमान में जिले का कोई भी सर्राफा व्यवसाई सुरक्षित नहीं है। कंचनपुर की लूट इसका प्रमाण है।
गुरुवार को सर्राफ कल्याण के एसोशिएसन बैनर तले सिद्धार्थनगर मुख्यालय पर हुई बैठक में सर्राफा व्यवसाइयों ने कहा कि पिछले 29 नवम्बर को उस्का थाने के कंचनपुर गांव के पास सर्राफा के दो मुनीमों से बदमाशों ने 95 हजार लूट लिया और भाग निकले।
उसका थाने की पुलिस ने चार दिन में मामले के खुलासे की बात की थी। उसके इस आश्वासन के 12 दिन के बाद भी आज तक घटना का पाया है। एसोशिएसन के सचिव दिनेश मोदनवाल व भीमचंद कसौधन ने कहा कि वर्तमान में जिले का कोई भी व्यवसाई सुरक्ष्रित नहीं है। पुलिस शांत बैठी है।
बैठक में व्यवसाइयों ने कहा कि जिले में कई गंभीर घटना के बावजूद पुलिस सर्राफा व्यवसाइयों की सुरक्षा के लिए कुछ नहीं कर रही है। उनका कहना था कि अब पुलिस का यह रवैया नाकाबिले बर्दाश्त होता जा रहा है।
सभी व्यवसाइयों ने पुलिस से ऐसे मामलों पर रोक लगाने की मंाग करते हुए कहा है कि अगर शिथिलता की हालत यही रही, तो एसोसिएशन आंदोलन को मजबूर हो जायेगा।
मिटृठू कसौधन की अध्यक्षता में हुई बैठक में कन्हैया वर्मा, कृष्णमोहन वर्मा, दिनेष मोदनवाल, बबलू सर्राफ, दयाशंकर कसौधन, अभय कसौधन, राज कुमार सोनी, आदि तमाम सर्राफा व्यापारी हाजिर रहे।