पूर्व विधायक व हियुवा के प्रदेश प्रभारी ने मांस की बिक्री बंद कराने के लिए डीएम को लिखा पत्र
सरताज आलम
सिद्धार्थनगर। हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी डुमरियागंज के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने जिलाधिकारी संजीव रंजन को पत्र लिखकर कहा है कि 4 जुलाई से सनातन धर्म के लोगों का पवित्र श्रावण मास प्रारम्भ हो रहा है और जनपद के कांवड़ यात्रियों द्वारा बहुत ही भारी तादाद में शिवालयों पर जलाभिषेक किया जाता है और सभी प्रमुख मार्गों सहित, गली-गली चौराहे-चौराहे, पगडंडी-पगडंडी, जगह-जगह मीट-मछलियों की दुकानें बेरोक-टोक चल रही है इनको हटाया जाना (बंद करना) अति आवश्यक है।
क्योंकि गांव हो या शहर हर जगह मांस मछली के दुकानदारों द्वारा खुलेआम स्वच्छता के नियमों की धज्जियाँ उड़ायी जा रहीं है। यहां नियम कानून को ताक पर रखकर एकदम से खुलेआम मांस-मछली की बिक्री किया जाता है, जिससे तरह-तरह की बिमारी फैलने का कारण बनतीं हैं। मीट-मछलियों के दुकानदारों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि सड़क के पटरी पर मीट मछली बेचने का काम कर रहे हैं, जबकि खुले में मीट-मछली को काटना एवं बेचना निषेध है। इसके विपरीत सड़कों के किनारे मांस-मछली के दुकानदारों द्वारा जमकर गन्दगी किया जाता है और मांस-मछली का अवशेष रास्ते पर फेंक दिया जाता है।
उन्होंने कहा है कि इससे सनातन धर्म के लोगों की भावनाएं आहत होती हैं और रास्ते से आने-जाने वाले लोगों को तमाम तरह की समस्याओं का सामना करते हुये गंदगी के कारण मुंह व नाक पर रूमाल रखकर गुजरना पड़ता है। क्षेत्रीय लोगों ने भी पूर्व में इस पर लगाम लगाने के लिये प्रशासन से मांग किया था परन्तु ध्यान नहीं दिया गया। यहां तक कि जो भी जानवर बिकतें हैं, वह स्वस्थ्य हैं या किसी गम्भीर बिमारियों से ग्रसित हैं, इसको भी देखने वाला कोई नहीं है।