अंबेडकर मूर्ति मामलाः मेरी लोकप्रियता से हताश है सपाइयों का खेमा- सैयदा
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। बाबा साहब भीमराव अंबेउकर की मूर्ति का विवाद समाजवादी पार्टी डुमरियागंज के एक चर्चित सपा नेता के समर्थकों के बेच का है। लेकिन राजनीति फेल हो जाने के बाद अब सपाइयों का वह खेमा हताश होकर मुझे बदनाम करने पर तुल गया है।
यह बयान डुमरियांज से बसपा प्रभारी सैयदा मलिक ने दिया है। उन्होंने कहा कि सपा के एक खेमे के नेताओं ने गत 12 अप्रैल को डुमरियागंज में बाबा साहब की मूर्ति को रखा था, उसे प्रशासन ने हटवाया। इसके बावजूद सपाई सारा आरोप मेरे उपर लगा रहे हैं।
सैयदा ने कहा कि बसपा से जुड़ा कोई भी व्यक्ति बाबा साहब के प्रति ऐसी हिमाकत कैसे कर सकता है। प्रशासन ने पुलिस के माध्यम से मूर्ति हटवाया, यह सभी जानते हैं। लेकिन राजनीति में दरकिनार कर दिये गये लोग अब हताश होकर अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं।
सैयदा मलिक ने कहा कि राजनीति शुचिता और सिद्धांत पर चलती है। लेकिन हताश और पराजित नेता अब झूठे आरोपों के आधार पर राजनीति कर रहे हैं, मगर जनता सब समझती है। वह उनके सपनों को कभी साकार नहीं होने देगी।
याद रहे कि कतिपय सपा नेताओं ने कन इंटर कालेज के पास अम्बेडकर की मूर्ति लााई थी, जिसे रात में हटा दिया गया था। सपाइयों ने इसके पीदे बसपा का हाथ होने का आरोप लगाया था। इसके बाद से सपा बसपा में वाक युद्ध चल रहा है।