सिद्धार्थनगर में रंग जमा गये कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद, विपक्ष को जम कर लताड़ा
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। सदर यानी नौगढ़ तहसील में कांग्रेस की जनसभा में आज कांग्रेस पार्टी के महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने खूब रंग जमाया। उन्होंने सभी दलों पर एक से एक घातक तीर छोड़े, तो भाजपा की शाहनवाज हुसैन की की सभा से कई गुना भीड़ जुटा कर विपक्षियों की नींद हराम कर दी।
गुलाम नबी आजाद के तेवर सभा स्तर पर बदले हुए थे। उन्होंने न फूलमालाओं को तवज्जो दी, न ही जिन्दाबाद के नारों में कोई दिलचस्पी दिखाई। मंच पर आते ही कांग्रेस की नीतियों का बखान किया और कहा, कांग्रेस ने मनरेगा के माध्यम से 13 करोड़ लोगों को रोजगार दिया। एक परिवार में औसतन 5 व्यक्ति माना जाय, तो कांग्रेस ने 65 करोड़ गरीब जनता के लिए भोजन का इंतजाम किया।
उन्होंने सवाल किया कि ढ़ाई साल में प्रधानमंत्री मोदी जी ने क्या किया। वह दस गरीब को भी रोजगार देने में विफल रहे। उन्होंने कोई भी वादा पूरा नहीं किया। कहां हैं, उनके स्विस बैंक से काला धन लाने के दावे? कहां हैं प्रत्येक परिवार को 15 लाख देने के दावे। उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी नहीं, भारतीय झूठों की पार्टी है।
गुलाम नबी आजाद ने मायावती और बसपा को बहुत हलके में लिया। उन्होंने कहा कि मायावती सिर्फ माया की देवी हैं। कांग्रेस उन्हें राजनीतिक दल के रूप में मान्यता नहीं देती। वह नेता भी हैं, पार्टी भी हैं। कांग्रेस बसपा को गंभीरता से नहीं लेती है।
गुलाम नबी आजाद सपा पर चुटकी लेने से नहीं चूके। उन्होंने सपा पर प्रहार करते हुए कहा कि सीएम अखिलेश, पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव की अलग–अलग प्रत्याशियों की सूची जारी हुई है। इसके मुकाबले कांग्रेस एक मुश्त सूची जारी करेगी, जो जाति धर्म से परे होगी।
उन्होंने कहा कि सपा डूबती नाव है। इस पर सवारी करना जान देना। इस लिए लोगों चाहिए कि वह भाजपा जैसे साम्प्रदायिक दल को हराने के लिए कांग्रेस को वोट पोल करे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस यूपी में सरकार बनाने जा रही है और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बननी तय है।
शाहनवाज की सभा को पीछे छोड़ गये गुलाम नबी आजाद
याद रहे कि पिछले नवम्बर में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने उसी स्तर पर रैली की थी, जिसमें एक हजार कुर्सियां लगी थी और उसमें भी दस–पांच सीट खाली थी, लेकिन आज तहसील प्रांगण में खडे होने की जगह नहीं थी। जाहिर है कि गुलाम नबी की इस सफल सभा ने भाजपाईयों को सोचने पर विवश कर दिया है।
सभा में कौन बोला, कौन हाजिर रहा
गुलाम नबी आजाद की सभा से पूर्व कांग्रेस के क्षेत्रीय नेताओं, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष नर्वेदेश्वर शुक्ला, जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद तिवारी, पूर्व सांसद मो. मुकीम, पूर्व विधायक ईश्वर चन्द्र शुक्ला, पूर्व विधायक अनिल सिंह, मौलाना ओबैदुल्लाह, आदि ने भाषण दिया।
इसके अलावा सभा में कांग्रेस के बड़े नेता इसरार अहमद, कैलाश पंक्षी, काज़ी सुहैल, मशहूर अली, विजय सिंह, देवेन्द्र कुमार गुडडू, पप्पू भाई खजुरिया, राम मिलन पथिक, मोहरत राव, महेश प्रसाद कन्नौजिया, किरन शुक्ला, रंजना मिश्रा, इरशाद अली, डा. रमेश चौधरी आदि उपस्थित रहे।