सिद्धार्थनगर पुलिस पर चेकिंग के दौरान रुपए छीनने का आरोप, सदर सीओ जांच में जुटे, इंसाफ नहीं होने पर आत्मदाह
संजीव श्रीवास्तव
“पड़ोसी ज़िला महाराजगंज के एक बाशिंदे ने सिद्धार्थनगर की उसका पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर पर 4 हज़ार रुपए छीनने का आरोप लगाया है। फरियादी केशव प्रसाद चौरसिया ने सिद्धार्थनगर के एडिशनल एसपी मनसा राम गौतम से मिलकर घटना का सिलसिलेवार ब्यौरा पेश किया है। एडिशनल एसपी ने सब इंस्पेक्टर हरेंद्र पाठक पर लगाए गए आरोपों की जांच सदर सीओ रचना मिश्रा को सौंप दी है। वहीं फरियादी केशव का कहना है कि अगर उसके साथ न्याय नहीं हुआ तो वह 29 अगस्त को अपने शरीर पर तेल डालकर खुद को आग लगा लेगा।”
एसपी एवं डीएम को लिखे पत्र में चौरसिया ने कहा है कि 16 जुलाई की शाम वह अपनी मोटर साइकिल बजाज डिस्कवर यूपी-56 एच 7463 से जयंत्री साहनी के साथ चिल्हिया थानाक्षेत्र के ग्राम सिरवत गए थे। मगर घर वापस लौटते हुए शाम 7 बजे के आसपास उसका पुलिस पिकेट पर उन्हें रोक लिया गया। फिर यहां मौजूद उसका थाने के एसआई हरेन्द्र पाठक और दो सिपाहियों ने बाइक के कागजात मांगे। सारे कागजों को देखने के बाद बीमा संबंधी पेपर नहीं मिला, तो पैसा मांगने लगे।
बकौल केशव उसने जब पैसा देने से मना कर दिया तो नायब दारोगा ने उनकी शर्ट की पाकेट से 5 हजार रुपये निकाल लिया और धमकी दिया कि अगर कहीं शिकायत की तो जान से मारवा देंगे। इसके बाद मेरी बाइक लेकर उसका थाने चले गये। फिर हरेंद्र पाठक ने बाइक को लावारिस दिखाकर चालान कर दिया गया। केशव के मुताबिक उन्हें उनकी बाइक 7 अगस्त को कोर्ट से आदेश होने के बाद मिली। फिर उन्होंने 17 जुलाई को आरोपी एसआई की लिखित शिकायत एडिशनल एसपी से की। मगर उनकी शिकायत को रददी की टोकरी में फेंक दिया गया।
मगर 22 अगस्त को केशव दोबारा अपनी शिकायत लेकर एडिशनल एसपी के पास पहुंच गए हैं। इस बार उन्होंने सिद्धार्थनगर पुलिस को 28 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही, यह भी कहा है कि अगर इस बार आरोपी एसआई की जांच नहीं की गई तो वह आत्मदाह करने को मजबूर हो जाएंगे। वहीं कपिलवस्तु पोस्ट से मनसा राम गौतम ने कहा है कि जांच सीओ सदर को सौंप दी गई है। जिसके भी खिलाफ सुबूत मिले, कार्रवाई की जाएगी। कई कोशिशों के बाद आरोपी एसआई हरेंद्र पाठक से बात नहीं हो पाई, उनका फोन बंद मिला।