दारोगा और असलहा बाबू के बीच जम कर मारपीट, हड़ताल पर गये कलेक्ट्रेटकर्मी
नजीर मलिक
स्थानीय कलेक्टेट्र में एक सब इंस्पेक्टर और असलहा बाबू के बीच जम कर मारपीट हुई। बाद में उग्र कर्मियों ने दारोगा को कमरे में बंद कर मारने का प्रयास किया, लेकिन एडीएम के बीच बचाव से दारोगा को वहां से सुरक्षित निकाला गया। घटना के बाद दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कर्मचारी हड़ताल पर चले गये हैं।
खबर है कि बुधवार को लगभग साढे़ बारह बजे त्रिलोकपुर थाने के एसआई शिवाजी राव अभियोजन स्वीकृति की फाइल लेकर न्याय सहायक राम केवल के कक्ष में गये। जहां दोनों के बीच किसी बात पर विवाद हुआ और फिर दोनों में मारपीट होने लगी।
मारपीट इती तेज थी कि कमरे की कुर्सियां तक टूट गईं। मारपीट के दौरान मची चीख पुकार के दौरान तमाम कलेक्ट्रेट कर्मी कमरे में पहुंच गये। उन्होंने दारोगा को कमरे में बंद कर मारने पीटने की कोशिश की। इतने में एडीएम पीके जैन मौके पर पहुंच गये और दारोगा को सुरक्षित निकाल कर अपने चेम्बर में ले गये।
बताया जाता है कि एसआई को न्याय सहायक राम केवल आज सुबह से दौड़ा रहे थे। इसी बात पर दोनांे में गर्मा गरम बहस हुई जो बाद में मारपीट में बदल गई। खबर है कि प्रकरण में शासनादेश देखने दिखाने की मांग पर विवाद हुआ।
घटना के बाद सीओ सदर मो. अकमल खां मौके पर पहंुचे और दारोगा को लेकर बाहर गये। इस दौरान मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संघ की अगुआई में समस्त कर्मचारी काम रोक कर धरने पर बैठ गये। उनकी मांग थी कि इस मामले में दारोगा को निलम्बित कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाय।
कर्मियों का आरोप है कि दारोगा ने बाबू को मारा और गुंडई कर फाइलें फाड़ दीं। दूसरी तरफ दारोगा का कहना है कि मारपीट न्याय सहायक ने की। उन्होंने दो बार उन्हें लौटाया और जब उन्होंने शासनादेश की जानकारी चाही तो असलहा बाबू ने थप्पड़ मार दिया।
इस बारे में सीओ मो. अकमल खां का कहना है कि मामला उच्चधिकारियों के संज्ञान में है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मिल कर इस मामले में कोई निर्णय लेंगे।