उफ यह भ्रष्टाचार! मरे हुए लोगों को बांटा जा रहा कोटे का राशन
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जो पांच से आठ साल पहले ही दुनिया छोड़ चुका है, उसके नाम पर भी हर माह राशन उठाया जा रहा है। एक गांव में एक-दो नहीं, बल्कि आठ ऐसे मामले सामने आए हैं। मामला नौगढ़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत मधवा बुजुर्ग के ग्राम सेमरा का है। गांव के ही एक व्यक्ति ने शिकायत की तो बुधवार शाम आपूर्ति विभाग के अधिकारी जांच करने पहुंचे। इस दौरान ही अनियमितताएं साबित हुईं। मौके पर स्टॉक रजिस्टर, रेट सूची और दुकान का बोर्ड भी नहीं मिला।
जानकारी के अनुसार आपूर्ति विभाग के क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी बृजेश कुमार गांव में जांच करने पहुंचे तो लोग इकट्ठा हो गए। कुछ लोगों ने कोटेदार के खिलाफ बयान दिया तो कुछ ने बचाव में कोई कसर नहीं छोड़ी। जांच के दौरान बारी-बारी से आठ कार्डधारक ऐसे निकले, जिनके दिवंगत होने के बाद राशन कार्ड से उनके नाम नहीं काटे गए हैं और राशन की नियमित उठान हो रही है। इस मौके पर क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी ने मृतकों के नाम राशन उठाने वाले लोगों से रिकवरी की चेतावनी दी। टीम के जाते ही जांच के दौरान हुई बातों की वीडियो वायरल होने लगा।
ग्रामीणों की शिकायत के अनुसार प्रधान रेहाना खातून के ससुर अब्दुल नबीज कोटेदार हैं। दोनों की सांठ गांठ है। इस मौके पर कोटेदार ने बताया कि बहू से अलग रहते हैं। इस मामले में मौजूद ग्रामीणों का भी बयान लिया गया। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी ने इस मामले में परिवार रजिस्टर का नकल भी प्राप्त की है।
नए पात्रों का नहीं बन पा रहा है राशन कार्ड
जिले में 82,510 अंत्योदय कार्डधारक हैं, जबकि 3,74 लाख पात्र गृहस्थी के राशन कार्ड धारक हैं। पात्र गृहस्थी के अंतर्गत हर महीने प्रति यूनिट दो किलो यूनिट एवं तीन किलो यूनिट चावल दिया जाता है, अंत्योदय कार्ड के अंतर्गत प्रति माह 21 किलो चावल एवं 14 किलो गेंहू दिया जाता है। जिले में नए पात्रों का राशन कार्ड तब जारी किया जाता है, जबकि किसी मृतक या अपात्र हुए व्यक्ति का नाम खारिज हो जाता है। खाली स्थान नहीं हुआ तो आवेदन के बाद राशन कार्ड नहीं बन पाता है।
जिलापूर्ति अधिकारी ने कहा
इस प्रकारण में जिला पूर्ति अधिकारी बृजेश कुमार मिश्र का कहना है कि शिकायत मिलने पर माधवा बुजुर्ग गांव में जांच की जा रही है। मृतकों के नाम राशन उठान होने का मामला सामने आया है। जांच रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।