जिला पंचायत में नहीं हुआ बजट पारित, गरीब ही रहा गरीबदास का सदन
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। जिला पंचायत अध्यक्ष गरीबदास की अध्यक्षता में सदन की बैठक शनिवार को हंगामे व गहमागहमी के बीच संपन्न हुयी। इस दौरान जिला पंचायत सदस्यों ने मनरेगा अंतर्गत कार्य न मिलने पर रोष जताते हुए कई बार बैठक का बहिष्कार किया। साथ ही साथ बैठक में किसी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के उपस्थित न रहने के कारण सदस्यों में रोष व्याप्त रहा। इस सदन की बैठक बिना किसी बजट पारित किए ही एक औपचारिक बैठक बनकर खत्म हो गयी।
शनिवार को जिला पंचायत भवन सभागार में काफी गहमागहमी का माहौल रहा। इस दौरान सभागार में बैठे जिला पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख, विधायक, सांसद व प्रतिनिधियों द्वारा संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा समय से कार्य न कराने, पिछले वित्तीय वर्ष से लेकर वर्तमान वित्तीय वर्ष में मनरेगा के अंतर्गत कार्य न मिलने तथा ग्राम स्तर पर किसी भी प्रकार का विकास कार्य न होने को लेकर रोष में थे।
इस दौरान किसी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकरी के बैठक में न आने को लेकर भी गुस्सा दिखायी देता रहा। बैठक में जिला पंचायत सदस्यों द्वारा क्षेत्र में इंडिया मार्का हैंड पंपों की खराब स्थिति, शौचालयों की कमी, सड़कों की खस्ता हालत, मिट्टी को तेल कम मिलने, कई ग्राम सभाओं में विद्युत सप्लाई न होना सहित अन्य समस्याओं को लेकर प्रश्न उठाया गया। परंतु उन प्रश्नों का जवाब देने के लिए संबंधित अधिकारी के न होने के चलते किसी भी समस्या का समाधान सदस्यों को नहीं मिल सका।
जिला पंचायत की बैठक भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल व इटवा भाजपा विधायक डा. सतीश द्विवेदी द्वारा अधिकारियों के उपस्थित न रहने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अनुपस्थित अधिकारियों के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर जांच पड़ताल किये कराये जाने की बात कही। उनके द्वारा कहा गया कि जिस प्रकार से केंद्र में संसद का सदन व प्रदेश में विधानसभा का सदन होता हैै। उसी प्रकार जिले में जिला पंचायत के सदन का अपना एक महत्व होता है। ऐसे सदनों की बैठकों में उपस्थित न होने वाले अधिकारियों के खिलाफ गंभीरतापूर्वक कार्रवाई की जानी चाहिए।
बताते चलें कि जिला पंचायत की बैठक में गत बैठक की कारवाई की पुष्टि पर विचार, जनपद के विभिन्न विभागों की समीक्षा, वित्तीय वर्ष 2016-17 के पुनरीक्षित बजट एवं वित्तीय वर्ष 2016-17 की प्रस्तावित, अनुमानित मूल बजट, पंचायत के समक्ष विचारार्थ एवं स्वीकारार्थ, चतुर्थ राज्य वित्तय आयोग की संस्तुतियों के आधार पर संग्रहित की जाने वाली धनराशि के संबंध में शासन द्वारा जारी मार्गदर्शक सिद्धांतों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2017-18 की कार्ययोजना पर विचार एवं अन्य प्रस्तावों पर विचार विमर्श किया जाना था।
बैठक के अंत में दो दिन पूर्व दिवंगत हुए जिला पंचायत सदस्य इं. अलीम के आत्मा की शांति हेतु उपस्थित लोगों द्वारा दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गयी। इस अवसर पर अधिशाषी अभियंता जिला पंचायत राघवन, जिला पंचायत सदस्य सईद भ्रमर, तौलेश्वर निषाद, गंगाराम पांडेय, शांती पासी, ब्लाक प्रमुख शफीक अहमद, महेश कन्नौजिया, परवेज आलम, अजय सिंह, अब्दुल सलाम चौधरी सहित दर्जनों जिला पंचायत सदस्य व उनके प्रतिनिधि उपस्थित रहे।