50 घंटे बाद भी नहीं मिला प्रिंस का शव, सेलफी के चक्कर में इस सप्ताह डूबे तीन युवक
जानलेवा बनाता जा रहा है सेल्फी लेने का नशा, बढ़ने लगी हैं डूब कर मरने की घटनाएं, शनिवार को सेलफी लेते समय राप्ती में डूबा था प्रिंस
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। उपनगर बांसी के बीच से बहने वाली राप्ती नदी में डूबे पॉलीटेक्निक के छात्र प्रिंस दुबे के शव का घटना के 50 घंटे बाद भी कोई पता नहीं चल सका है। हालांकि पुलिस टीम गोताखोरों की मदद से शव की तलाश में अभी तक जुटी हुई है। लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। वहीं इटावा जले से आये मृतक प्रिंस के भाई और अन्य रिश्तेदारों का यहां रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है। उसकी मौत सेलफी लेने के दौरान हुई थी। ज्ञात रहे कि सेल्फी के चक्कर में पिछले एक सप्ताह में जिलें में तीन युवकों की जान जा चुकी है।
नदी में गिरे मोबाइल डठाने के चक्कर में हुई मौत
इटावा जनपद के आनंदनगर मोहल्ले निवासी और स्थानीय पालीटेक्निक में डिप्लोमा का छात्र प्रिंस दूबे (21) पुत्र पंकज दूबे सिद्धार्थनगर जनपद के बांसी नगर के पटेलनगर वार्ड में किराए पर कमरा लेकर पढ़ाई करता था। शनिवार की सुबह पांच बजे राप्ती नदी पुल पर टहलने गया था। वहां मौजूद एक लड़की ने बताया कि वह नये पुल से सेल्फी ले रहा था। इस दौरान उसका मोबाइल नदी में गिर गया, जिसे तलाशने के लिए पुल के नीचे नदी में गया और डूब गया। घटना की सूचना एक लड़की ने तत्काल पुलिस को दी। तभी से बांसी कोतवाली की पुलिस पीएसी गोरखपुर की बाढ़ राहत टीम मोटरबोट से शव की तलाश कर रही है। लेकिन सोमवार सायं तक 50 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रिंस अथवा उसके शव का कुछ पता नहीं चल सका है।
इस संबंध में कोतवाल बांसी अनुज कुमार सिंह ने बताया कि डूबने के बाद से ही गोताखोर तलाश कर रहे हैं, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका है। टीम लगातार उसकी तलाश कर रही है। लेकिन क्षेत्र के अनुभवशील कुछ मछुवारों का कहना है कि बरसात में नदी का पानी बाढ़ा हुआ है और पानी का बहाव भी तेज है। इसलिए खोजी दल को और आगे तक तलाश करनी चाहिए।
सेल्फी का नशा ले रहा लोगों की जान
इस सप्ताह सेलफी लेने के प्रयास मेंतीन अलग अलग घटनाओं में कम से कम युवकों की की जान जाने की खबर मिली है। लेकिन अतीत में भी इसी चक्र में यहां जानें जाती देखी गया हैं। बताया जाता है कि प्रिंस की मौत से पूर्व शुक्रवार को तहसील मुख्यालय इटवा का रहने वाला एक 20 साल का सादिक अली रील बनाते समय अच्छे फोटो के चक्कर में पोखरे में गिर कर डूब गया और उसकी मौत हो गयी। वह मां बाप का इकलौता बेटा था। इसी प्रकार शोहरतगढ़ क्षेत्र में सेल्फी के चक्कर में एक युवक के डूब जाने की सूचना है। गौर तलब है कि पिछली होली में भी स्थानीय बानगंगा बैराज पर तीन युवकों की सेल्फी लेने के दौरान डूब कर मौत हुई थी।जिले में ऐसी अन्य कई घटनाएं हैं जिसमें सेल्फी के दौरान लोगों की डूब कर मौत हुई है। मतलब यह है कि सेल्फी का नशा अब युवाओं की जान का दुश्मन बनता जा रहा है।