Exclusive- दरवाजे से बारात लौटी, दूसरे दिन पुलिस ने थाने के मंदिर में शादी करवाई
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। अनीता दूल्हन बन सजी संवरी बैठी थी। दूसरी तरफ बरात दरवाजे पर पहुंच चुकी थी, द्वारपूजा की तैयारी चल रही थी। इसी बीच पता चला कि वर पक्ष साथ में नौटंकी लेकर नहीं आए हैं। इस पर वधू पक्ष के युवक खफा हो गए। बात-बात में विवाद इतना बढ़ा की संघर्ष की नौबत आ गयी। यह देख बिना शादी किये बारात लौट गई। घटना के दूसरे दिन पलिस ने हस्तक्षेप कर मंदिर में शादी की रस्म पूरी कराई। छोटी सी बात पर बारात लौटा देने की इस घटना की क्षेत्र में व्यापक चर्चा है।
मंगलवार को डिड़ई थाने पर ग्राम तिलौली निवासी राजकुमार ने थाने पर पत्र देकर बताया कि उसके घर से बारात आकरबिना शादी किये लौट गई है। इस प्रकार की शिकायत मिलते ही। पुलिस ने दोनों पक्ष के खास खास लागों को थाने पर बुलाया। दोनों पक्षों में बात करते शाम हो गई। काफी समझाने बुझाने के बाद दोनों पक्ष पुनः शादी के लिए राजी हुये। यह देख पलिस ने आनन फानन में वहीं पास के शिव मंदिर में शादी करा दी। पुलिस ने इस दौरान दोनों पक्षों को थाने में जलपान करा कर दुल्हन को विदा कराया।
बताते हैं कि क्षेत्र के तिलौली गांव निवासी राजकुमार की पुत्री अनीता की शादी बांसी कोतवाली क्षेत्र के कोल्हुई गांव निवासी दीपचंद पुत्र सूर्यनारायण के साथ तय थी। सोमवार को बरात कोल्हुई थाना बांसी से थाना शिवनगर डिड़ई के तिलौती गांव में आई थी। जलपान के बाद द्वारपूजा की तैयारी हो रही थी। इसी बीच बरात में नौटंकी कम्पनी न आने की जानकारीमिलने पर लड़की पक्ष के कुछ युवक हो हल्ला करने लगे। इसी बीच दोनो पक्ष की ओर से एक दूसरे पर अभद्र टिप्पणियां भी की गईं और माला मारपीट की नौबत तक पहुंच गया।
बताते हैं कि इस बीच वर पक्ष को अपना बहुत अपमान मीसूस हुआ और उन्होंने शादी किये बिना बारात वापस ले जाने का फैसला लिया और घराती व बराती पक्ष में निरंतर कहासुनी के बाद बरात बिना विवाह के ही लौट गई।