शिशु मंदिर में मना शौर्य दिवस, भारत की विजय गाथा के पन्ने पलटे गये
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। शहर के रधुवर प्रसाद जायसवाल सरस्वती शिशु मंदिर इंटर कालेज में शौर्य दिवस मनाया गया। इस मौके पर कालेज में 1971 में पाकिस्तान पर हुई भारत की निर्णायक जीत को याद करते हुए भारतीय फौजों की विजय गाथा के पन्ने पलटे गये।
इस अवसर पर उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए कालेज के प्रधानाचार्य बालकृष्ण सिंह ने कहा कि 16 दिसम्बर 1071 को भारत ने युद्धा में पाकिस्तान पर निर्णायक जीत ही नही पाई थी, वरन भारतीय फौज ने एक अमिट इतिहास भी रच डाला था।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के जनरल नियाजी समेत 93 हजार फौजों ने भारत के जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के सामने सरेंडर किया था। इतनी फौजों के आत्मसमर्पण का कोई अन्य घटना इतिहास में नहीं मिलती है।
गोष्ठी के बाद शारीरिक शिक्षक राजेश कुमार सिंह की अगुआई में दंड प्रहार कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया, जिसमें विदृयालय के छात्रों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में गोविंद सिंह, सच्चिदानंद मिश्र, निमिश शुक्ल, जय प्रकाश सिंह, प्रेम नारायण त्रिपाठी, अचल बिहारी पांडेय, विवेक सिंह, अनीश पाठक सहित उप प्रधानाचार्य महादेव प्रसाद भी शामिल रहे।