शिक्षा माफिया राकेश कुमार सिंह गिरफ्तार, कहा- बीएसए आफिस में भी नियुक्त हैं फर्जी शिक्षक?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। सिद्धार्थनगर जिले के प्राथमिक स्कूलों में सैकड़ों फर्जी अध्यापकों की भर्ती कराने वाले कथित शिक्षा मफिया को मोहाना थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार युवक का नाम राकेश कुमार सिंह है। वह खुद जिले में शिक्षक है और देवरिया जिले का मूल निवासी है। अपर पुलिस अधीक्षक की प्रेस नोट में गिरफ्तार आरोपी राकेश कुमार सिंह को मफिया सरगना बताया गया है। राकेश कुमार सिंह की गिरफ्तारी के बाद अभी अनेक फर्जी शिक्षकों के पकड़े जाने की संभावना है।
कैसे हुई गिरफ्तारी
बताया जाता है कि पिछले दिनों फर्जी शिक्षक भर्ती मामले की सघन जांच के बाद राकेश कुमार सिंह के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया था। तभी से उसकी तलाश जारी थी। बताया जाता है कि गत दिवस मोहाना पुलिस को सूचना मिली कि शिक्षा मफिया के रूप में चर्चित राकेश कुमार सिंह पुत्र जगदीश सिंह निवासी खुईचवर थाना भाटपार रानी जिला देवरिया हाल पता विछिया निकट ताड़ीखाना चौराहा थाना शाहपुर जनपद गोरखपुर मोहाना थाने से लगभग 3 किमी के फासले पर सिकरी बाजार के पास मौजूद है।
सूचना पाते ही पुलिस बल ने सिकरी बाजार के ओबा माई स्थान के आगे एक अदद स्विफ्ट कार के साथ समय करीब 16.35 बजे गिरफ्तार किया गया। उसके साथ उसके दो साथियों अश्वनी कुमार श्रीवास्तव पुत्र लक्ष्मी शंकर श्रीवास्तव साकिन बलडीहा थाना खुखुन्दू जिला देवरिया तथा बृज किशोर उर्फ भोला पुत्र स्व. रामचन्दर साकिन कुईचवर थाना भाटपार रानी जिला देवरिया के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज था। मगर वे अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं।
पुलिस के विवरण और अभियुकत के बयान के मुताबिक अभियुक्त राकेश कुमार सिंह सन् 2009 में शिक्षक पद पर भर्ती हुआ था। वर्तमान में वह हेड मास्टर के पद पर प्राथमिक विद्यालय खड़खुइयाँ नानकार थाना ढेबरुआ जिला सिद्धार्थनगर मे कार्यरत है । उसने अपने अध्यापन काल मे बहुत से लोगो को शिक्षक के पद पर फर्जी नियुक्ति पत्र, अंक पत्र आदि के माध्यम से भर्ती कराया है। प्रत्येक शिक्षक भर्ती कराने मे वह लगभग 4 से 5 लाख रुपये वसूलता था। एक अनुमान के अनुसार इस प्रकार सैकड़ों नियुक्तियों में उसने कई करोड़ रुपये प्राप्त किये और उन्ही पैसो से घर, मकान, जमीन, गाड़ी आदि भी लिया है । बकौल राकेश कुमार सिंह एक दर्जन फर्जी शिक्षक आज भी जनपद सिद्धार्थनगर में नियुक्त हैं।इसके साथ साथ बी.एस.ए आफिस सिद्धार्थनगर में भी कुछ पूर्व से नियुक्त लिपिक, वर्तमान में नियुक्त लिपिक जो फर्जी शिक्षक भर्ती में सम्मिलित है । जिनकी जांच कराया जाना आवश्यक है ।
बीएसए आफिस भी संदेह के घेरे में
पुलिस के अनुसार राकेश कुमार सिंह पर वर्तमान मे फर्जी नियुक्ति के मामले में देवरिया और सिद्धार्थनगर में तकरीबन एक दर्जन मुकदमें कायम हैं। दूसरी तरफ राकेश कुमार के बयान को असली मानें तो बेसिक शिक्षा कार्यलय में कुछ बाबू फर्जी नियुक्ति के बल पर अन्य प्रकार का भ्रष्टाचार कर रहे हैं। इसलिए बीएसए कार्यलय भी संदेह के घेरे में है और उसकी जांच भी आवश्यक हो गयी है। अगर जांच हुई तो समझा जाता है कि अनेक महत्वपूर्ण मगर ढके छुपे राज भी सामने आयेंगे। उसकी गिरफ्तारी में एसओ मोहाना संतोष कुमार सिंह सहित कांस्टेबल बद्री विशाल मौर्या, कांस्टेबल आशुतोष गोस्वामी का योगदान रहा है।