महोत्सव: गायिका राधा का धमाल, वारसी ब्रदर्स की दीवानगी, गीत संगीत, कवियों की रचनाएं छाई
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जिला मुख्यालय पर हो रहे पांच दिवसीय सिद्धार्थनगर महोत्सव के दूसरे दिन लोगों ने करारा आनंद उठाया। लोक गायिका राधा श्रीवास्तव ने भोजपुरी गानों से धमाल मचाते हुए सबको थिरकने पर तैयार कर दिया तो कव्वालबाज वारसी ब्रदर्स ने सबको सुफियाना कव्वाली और सुरों से रात सजाया व गानों से दीवाना बनाय। इसके आलावा स्कूली बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम दिखाया और स्थानीय कवियों ने अपनी रचनाओं से सबको रसबोर किया।
राधा श्रोवास्तव ने संइया मिले लारिकइंया से शुरु किया और कजरा मोहब्बत वाला सहित कई गाने गाया और कई बार स्टेज से निचे उतर कर सबके साथ थिरकन लगाई और लोगों से भी ठुमके लगाने को कहा। राधा ने अपना सुप्रसिद्ध गीत चटनिया ये संइया सिलवट पर पिसाई गाना सुनाकर समां बांध दिया और पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा।
महोत्सव की पूरी रात वारसी ब्रदर्स के नाम रही। वरसी ब्रदर्स ने अपनी सुरीली आवाज़ से एक से बढ़कर एक प्रस्तुति पेश कर अपना दीवाना बना दिया। इन्होंन छाप तिलक सब छिनी रे मोसे नैना मिलाई के गाकर भाव विभोर किया तो दमादम मस्त कलंदर सुनाकर अपनी आवाज का दीवाना बना दिया। पूरी रात लोग झूमते रहे।
महोतसव में स्कूली बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। कुछ बच्चों ने गाना गाया और कुछ ने डांस का जलवा बिखेरा। गुरुकुल कान्वेंट की श्रेया सिंह की टीम ने झांसी की रानी गीत पर वाह वाही लूटी तो अमन ने मिट्टी में मिल जाँवा पर डांस कर तालिया बजवाई। इसके आलावा ज्ञान ज्योति स्कूल की अनुष्का की टीम ने देश भक्ति पर बढ़िया परफार्मेंस दिया। समय कम मिलने के करण सभी बच्चे अपने हुनर नहीं दिखा पाये।
महोत्सव में स्थानीय कवियों ने भी अपनी रचनाएँ प्रस्तुत किया और यह साबित कर दिया कि सिद्धार्थनगर में भी कविताएं लिखने की कमी नहीं है। कवि डा. ज्ञानेंद्र द्विवेदी की अध्यक्षता और नियाज कपिलवस्तुवी के संचालन में गोविंद ओझा के अपने दिल में हिन्दोस्तान रखते हैं और सलमान आमिर के प्रेम से प्रफुल्लित गजल ने सबको रसबोर कर दिया। कई कवियों ने देश भक्ति रचनाएँ प्रस्तुत कर पूरे पांडाल का सीना गर्म किया और खूब तालिया बजवाई।