राजनीतिक षड़यंत्र में युवा नेता नन्हें सिंह फर्जी मुकदमें में गये जेल
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। जनपद महराजगंज के फरेन्दा विधान सभा में कम समय में ही बड़ी तेजी से उभरे तेज तर्रार चर्चित युवा नेता राघवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ नन्हें सिंह जेल में हैं। नन्हें सिंह को उनके गांव के ही कुछ विरोधियों ने राजनीतिक षड़यंत्र के तहत एक दूसरे मुकदमें में ट्रायल के दौरान नाम बढ़वाकर फसा दिया और पास्को एक्ट के तहत जेल में है।
बताया जाता है कि पिछले पन्द्रह साल से वे थाना बृजमनगंज में लगने वाले अपने ग्राम सभा की प्रधानी पद पर काबिज है। विरोधियों की चलती नही चल पा रही है। जिससे वे लोग क्षुब्ध होकर षड़यंत्र के जरिये नन्हें सिंह को एक पुराने मुकदमें में वादी पक्ष के बयान के आधार पर उनका नाम भी कोर्ट में शामिल कर लिया गया।
मामला दिसम्बर 2013 का है। गांव के टीटू सिंह के खिलाफ नाबालिग रंजना पुत्री इन्नर ने थाना बृजमनगंज में बलात्कार का मुकदमा लिखवाया था। और टीटू जेल गये और जमानत पर रिहा हैं। गांव में इधर उधर कुछ चर्चायें हुई और मामला शांत हो गया।
इधर एक दो साल से विरोधी सक्रिय हुए और उसी मुकदमें में ट्रायल के दौरान मजिस्ट्रेट के सामने 164 का जब बयान दर्ज होने लगा तो लड़की से इनका नाम लेकर कहलवा दिया कि नन्हें सिंह ने भी मेरे साथ बलात्कार किया था। जिस पर न्यायालय ने इनके विरुद्ध वारंट जारी कर जेल भेज दिया।
सिद्धार्थनगर से छात्र राजनीति से उभरे और प्रधान बन गये। प्रधान संघ के अध्यक्ष बने और धीरे-धीरे पूरे फरेन्दा विधान सभा के सभी बड़े नेताओं के सम्पर्क में आ गये और विधान सभा की राजनीति करने लगे। उनकी बढ़ती लोकप्रियता विरोधियों को रास नही आ रही थी। घात लगाये बैठे विरोधियों को यही मौका हाथ लगा और उन लोगों ने नन्हें सिंह को फर्जी तरीके से जेल भिजवा दिया।