दरोगा डी के श्रीवास्तव टेंडर बवाल को लेकर हुए गंभीर, तीन ठेकेदारों को किया बन्द, छुड़ाने के लिए दर्जनों भाजपा विधयकों के आये फ़ोन
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने ठेकेदारी प्रथा में व्याप्त भ्रस्टाचार को समाप्त करने के लिए पुरानी प्रक्रिया को खत्म कर ई टेंडरिंग कर दिया है वहीं आये दिन उनके विधायकों का हस्तक्षेप और बढ़ गया है। आलम यह है की इनके लोग खुल्लिम खुल्ला टेण्डर बक्शो पर बैठ कर टेण्डर प्रक्रिया पर कब्जा जमा रहे हैं।
सोमवार को सिंचाई विभाग में पड़ रहे ई टेंडरिंग प्रक्रिया में बलरामपुर जिले से आये कुछ ठेकेदारों द्वारा मनमानी तरीके से सिद्धार्थनगर के ठीकेदारों को टेंडर नही डालने की धमकी देने के बाद आये सदर थानाध्यक्ष डी के श्रीवास्तव ने कानून व्यवस्था बिगड़ते देख कड़ा कदम उठाते हुए सभी ठेकेदारों को थाने ले गए, और तीन ठेकेदारों को बंद कर दिया। जिसके बाद बलरामपुर जिले के विधायक शैलेन्द्र सिंह शैलू समेत आधा दर्जन से अधिक भाजपा विधयकों का फोन आना शुरू हो गया।
सोमवार को सिचाई विभाग के ड्रेनेज खण्ड में बलरामपुर क्षेत्र के कार्यों का टेण्डर था वहाँ काफी ठेकेदार इकठ्ठा थे कि एक स्कार्पियो से तीन लोग उतरे और अपना टेण्डर बक्शे में डालकर उस पर बैठ गए और अन्य लोगों से कहने लगे अब कोई टेण्डर नही डालेगा यह विधायक जी का कार्य है।
वहाँ उपस्थित ठेकेदारों और कर्मचारियों के विरोध करने पर वे लोग अभद्रता पर उतर आए और घुड़की धमकी देने लगे इतने में किसी ने 100 नम्बर पर फोन कर पुलिस को सूचना दे दी।
मौके पर पहुंचे सदर थानाध्यक्ष डी के श्रीवास्तव से भी तीनों लोग उलझने लगे, हालात नाजुक देख थानेदार ने सभी ठेकेदारों के ऊपर कड़ा कदम उठाते हुए थाने ले गए। वहाँ ठेकेदार अमित सिंह श्रीनेत व कर्मचारी जनार्दन पाठक के तहरीर पर धारा 353, 341,342, 504, 506 व 7 सीएलए एक्ट तहत मुकदमा पंजीकृत हुआ।
इस सम्बंध में थानेदार डी के श्रीवास्तव का कहना था कि आरोपी अमित सिंह पुत्र दुर्गेश बहादुर सिंह निवासी ग्राम चारगहिया थाना तुलसीपुर, बीरेंद्र सिंह पुत्र जय प्रकाश सिंह निवासी ग्राम धोबहा थाना गौरा, रामनिवास पुत्र जगदेव यादव निवासी ग्राम हथिगढ़वा थाना व जिला बलरामपुर को मौके से गिरफ्तार कर जेल भेज रहे है।