अपने पीछे कई अनसुलझे सवाल छोड़ गयी हैं सोमई और लक्ष्मी की लटकती लाशें, आनर किलिंग की चर्चा
नजीर मलिक
बांसी कोतवाली के मसिना खास गांव में प्रेमी युगल की पेड़ से लटकती लाश का मामला पहेली बनता जा रहा है। दोनों के परिजनों के बयान और सुसाइड नोट ने कई अनसुलझे सवाल खडे कर दिए हैं।
घटना के बारे में सोमई के पिता बालकेश और लक्ष्मी के पिता विकास दोनांे ही इस बात से इंकार करते हं,ै कि सोमई और लक्ष्मी में प्रेम संबंध क्या जान पहचान तक नहीं थी। फिर दोनों ने आत्महत्या क्यों की, इस पर उनका कहना है कि उन्हें नहीं पता।
आपको बताते चलें कि लक्ष्मी के घर के पास ही क गुमटीनुमा दुकान है। लक्ष्मी उधर से रोज गुजरती थी। कभी कभी वह दुकान से कुछ सामान भी खरीदती थी। फिर यह कैसे माना जाये कि दोनों की जान पहचान नहीं थी।
गांव वाले निजी बातचीत में दोनों के बीच जान पहचान की बात मानते हैं। उनके बीच प्रेम संबंध की बात भी कहते हैं। यहां सवाल है कि फिर दोनों के पिता इस बात से इंकार क्यों कर रहे हैं।
दूसरा सवाल सुसाइड नोट का है। माके पर मिले सुसाइड नोट में दोनो के अत्माहत्या के लिए परिवार की नापसंदगी कही गई है। खबर है कि सुसाइड नोट बहुत अच्छी भाषा और सधी हुई राइटिंग में लिखा गया है।
यहां यह बताना जरूरी है कि सोमई कक्षा पांच तक पढा था। कक्षा 5 तक पढने वाला कोई भी युवक सधी राइटिंग में फर्राटे से नहीं लिख सकता। हां वह बोल जरूर सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वह सुसाइड नोट सही है। अगर नहीं, तो किसने लिखा है?
इस बारे में बांसी कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह का कहना है कि वह सभी कोण से घटना की जांच में लगे हैं। अभी पीएम रिपोर्ट का भी इंतजार है। इसके बाद घटना पर कुछ प्रकाश पड सकेगा।
उनके मुताबिक आनर किलिंग के कोई सबूत अभी उनके पास नही है। लेकिन पुलिस अपनी जांच में ऐसे बिंदु को भी सामने रख कर जांच पड़ताल करती है। बताते चलें कि 21 साल की लक्ष्मी और 24 साल के सोमई की लाश शुक्रवार की सुबह गांव के बाहर एक पेड़ से लटकती पाई गई थी। यह घटना जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।