स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में नहीं होगी किसी की मौत : मुख्यमंत्री
-प्रदेश के नौ राजकीय मेडिकल कॉलेजों के उद्घाटन अवसर पर बोले सीएम योगी
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं आजादी के पहले तो कल्पना थी ही, आजादी के बाद भी इस क्षेत्र की उपेक्षा की गई। स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में मासूम व नागरिक असमय दम तोड़ देते थे। पर आज स्थितियां बदल चुकी हैं। एक विजनरी नेतृत्व ने जो योजनाएं बनाई, उसका प्रभाव पूरे प्रदेश में दिख रहा है। प्रधानमंत्री के हाथों लोकार्पित नौ नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज इसके नए प्रमाण हैं। यह कार्य इलाज के अभाव में असमय दम तोड़ने वालों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि तो होगी ही, साथ ही इससे यह सुनिश्चित भी हुआ है कि आने वाले समय में कोई भी स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में दम नहीं तोड़ेगा।
सिद्धार्थनगर बीएसए ग्राउंड में आयोजित प्रदेश के नौ नए राजकीय मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण समारोह में पीएम मोदी का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 1947 के पहले यूपी में 3-4 मेडिकल कॉलेज ही थे, तब उत्तराखंड भी इसमें शामिल था। 1947 से 2016 तक 12 राजकीय मेडिकल कॉलेज खुले, 70 सालों में 12 मेडिकल कॉलेज ही खुल सके लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सिर्फ साढ़े चार साल में प्रदेश में 30 मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं। 2019 में सात मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स प्रारंभ हुआ था और आज से नौ नए राजकीय मेडिकल कॉलेजों में। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के सहयोग से 14 नए मेडिकल कॉलेजों का भी निर्माण प्रारंभ हो रहा है। राज्य ने भी अपने संसाधनों से इस दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
कोरोना संकट में पूरी दुनिया ने देखी पीएम मोदी की नेतृत्व क्षमता
सीएम योगी ने कहा कि पूरी दुनिया कोरोना से त्रस्त है। बड़ी से बड़ी ताकतें भी सदी की इस महामारी के आगे असहाय हैं। ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता ने पूरी दुनिया के सामने सबसे बड़े लोकतंत्र को कोरोना से बचाने के साथ ही जीवन और जीविका की रक्षा का आदर्श प्रस्तुत किया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में कोरोना से लड़ने को एक नहीं बल्कि दो-दो वैक्सीन पूरे देशवासियों को मुफ्त मिले हैं। 100 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त करने के उपरांत उनका यहां आगमन यूपी के लिए गर्व की बात है। सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने कोरोना के मुफ्त उपचार, टीकाकरण के साथ ही रोजगार और मुफ्त राशन की भी व्यवस्था जन जन के लिए की।
अभूतपूर्व है स्वस्थ भारत-समर्थ भारत की परिकल्पना
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री के “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” तथा “स्वस्थ भारत-समर्थ भारत” की परिकल्पना को अभूतपूर्व बताया। उन्होंने कहा कि राम का इंतजार करते करते जो स्वास्थ्य सुविधाएं अहिल्या बन चुकी थीं, पउद्धार के लिए उन्हें पीएम मोदी का नेतृत्व प्राप्त हुआ है। आज “एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज” की उनकी परिकल्पना तेजी से साकार हो रही है। उनके ही मार्गदर्शन में कोरोना संकट के दौरान अभूतपूर्व कार्य किए गए। हर जिले में आईसीयू की व्यवस्था की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धार्थनगर जिला इंसेफलाइटिस से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में शामिल था। बड़ी संख्या में मासूमों की मौत होती थी। स्वास्थ्य सुविधाओं का कोई पुरसाहाल नहीं था। अब पीएम मोदी के मार्गदर्शन में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार हुआ है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने शौचालयों, पीडियाट्रिक आईसीयू, इंसेफलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर, और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था से धीरे धीरे इंसेफेलाइटिस पर काबू पाया गया। इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों पर 95 प्रतिशत तक नियंत्रण पाया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज लोकार्पित हो रहे नौ मेडिकल कॉलेजों से न केवल स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि होगी बल्कि नौजवानों को डॉक्टर बनाने और उन्हें समाजसेवा के प्रति अग्रसर होने की प्रेरणा भी मिलेगी।
राज्यपाल सहित कई मंत्री व जनप्रतिनिधि भी रहे मौजूद
सिद्धार्थनगर में प्रदेश के नौ राजकीय मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण समारोह में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी, सांसद जगदंबिका पाल, राज्यसभा सदस्य बृजलाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, विधायकगण राघवेंद्र प्रताप सिंह, श्याम धनी राही, चौधरी अमर सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष शीतल सिंह, एमएलसी ध्रुव त्रिपाठी मौजूद रहे।