राजेश शर्मा “शिक्षा बिभाग में शासन की नियमों से कोई मतलब नही रहता। सारा नियम कानून बीएसए ही बनाकर शिक्षकों को नियुक्ति दे देते हैं। शासन द्वारा यह नियम है की उर्दू शिक्षक का तैनाती उसी प्राथिमक विद्यालय में की जायेगी, जिस स्कूल में उर्दू के पर्याप्त बच्चे मौजूद हों। […]
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