ग्रामीणों ने स्टांप वेंडर को ही चोर समझा और मार पीट कर अधमरा कर डाला, सूरज ढलने के बाद सफर में सावधानी बरतें
नजीर मलिक।
सिद्धार्थनगर। जिले में चोरों का आतंक बहुत बढ़ गया है। हालत यह है कि गांववाले शाम के वक्त आम आदमी को भी चोर समझ कर हमला कर दे रहे हैं। कुछ इसी तरह का मामला सामने आया है। आज शाम को घर लौट रहे एक स्टांप विक्रेता को चोर समझ कर ग्रामीणों ने उसे मार कर अधमरा कर दिया। घटना चिल्हिया थाना क्षे़त्र की है।
बताया जाता है कि उक्त थाना क्षेत्र के ग्राम पिपरा भडेहर निवासी सुरेश चन्द्र श्रीवास्तव सदर तहसील परिसर में स्टांप बेचने का काम करते हैं। प्रतिदिन की तरह वह आज भी तहसील बंद होने के बाद अपन गांव लौट रहे थे।
जानकारों के मुताबिक अंधेरा हो चुका था। अभी वह गांव के क्षत्रसाल इंटर कालेज के पास पहुंचे ही थे कि ग्रामीणों ने उन्हें चोर कह कर मारना शुरू किया। तकरीबन अधमरा कर देने के बाद ग्रामीणों ने जब उनकी टोपी व मफला उतारा तो पता चला कि वह तो गांव के ही हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उनका चेहरा पहचानने के बाद गांव वाले उन्हें मौके पर छोड़ कर भाग निकले। काफी देरे बाद किसी राहगीर की नजर उन पर पड़ी तो उन्हें अस्पताल भेजा गया। इस मामले की रिपोर्ट नहीं लिखाई गई है।
सुरेश श्रीवास्तव की संदिग्ध चोर के रूप में पीटे जाने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पूर्व शुक्रवार की रात जोगिया कोतवाली के ग्राम पोखरभिटवा के पास भी भी ग्रामीणों ने चार के शक में एक युवक को पीट का मरणासन्न् कर दिया।
सच्चाई यह है कि वह युवक अपने ननिहाल जा रहा था। इससे पूर्व डुमरियागंज थाने के ग्राम हजिरवा में भी एक व्यक्ति को चोर के संदेह में बुरी तरह पीटा गया था। जिले में ऐसी घटनायें आये दिन हो रही हैं।
दरअसल जिले में चोरी के मामले कम अफवाह ज्यादा हैं। यही वजह है कि लोग सूरज ढलने के बाद हर आदमी को चोर समझने लगते हैं। इसी वजह से शरीफ आदमियों ने अब सूरज डूबने के बाद बाहर निकलने परहेज कर दिया है।