सैलाब में आये धन से किया पुराना भुगतान, एक्सईएन के खिलाफ धरने का एलान
––– अगर दो करोड़ से मरम्मत होती तो नहीं टूटते चारों तटबंध, ठेकेदारोंसे करते है दुर्व्यवहार
अजीत सिंह
सिद्धार्थनगर। सिंचाई विभाग निर्माण खंड में तटबंधों की मरम्मत के लिए शासन ने दो करोड़ रुपये दियेए मगर अधिशासी अभियंता ने उससे मरम्मत न करा कर पचास प्रतिशत कमीशन ले कर पुराने कामों का भुगतान कर दिया। अधिण् अभियंता के भ्रष्ट कार्य और ठेकेदारों के संग दुर्व्यहार के खिलाफ ९ अक्टूबर को धरने काएलान किया है। वो अक्सर ठेकेदारोंसे दुर्व्यवहार भी करते हैं। इसलिएठेकेदारों ने उनके स्थानांतरण की मांग करते हुए 9 अक्टूबर को धरना देने का एलान किया है।
ठेकेदारों द्वारा जिलाधिकारी व आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह को दिये गये शिकायती पत्र में लिखा है कि एक्सईएन द्वारा हम लोगों का शोषण करते हुए बकाया बिलों पर पचास परसेंट एडवांस कमीशन लेकर भुगतान किया जाता है। इसके अलावा विभागीय नियमों को ताक पर रखते हुए अपने चहेतों व रिश्तेदारों के नाम से आपूर्ति आदेश जारी कर सरकारी धन का दुरूपयोग किया जा रहा है।
बाधों के मरम्मत पर आये दो करोड़ से काम न कराकर भारी कमीशन लेकर पुराने बिलों का भुगतान कर दियेए जिसका परिणाम हुआ कि जनपद में आई भीषण बाढ़ में विभाग का 4 बांध टूट गया और आम जनमानस का अधिक मात्रा में जनधन की हानि हुई। ये पूर्व में यहां पर सहायक अभियंता पद पर तैनात रहे हैं और समूचे कार्यकाल में विवादित रहें हैं।
आरोप है कि गोंडा में अधिशासी अभियंता अपनी तैनाती के दौरान 40 करोड़ से अधिक की देनदारी चहेतों के नाम सृजित करने के मामले में 4 साल तक निलम्बित रहे हैं। ठेकेदारों ने उनके भ्रष्ट कार्यों की जांच और शासन के मंशानुरूप उचित कार्यवाई के साथ साथ गैर जनपद तबादला करवाने की मांग की है। ठेकेदारों का कहना है कि मांगे पूरी न होने पर आगामी नौ अक्टूबर से धरना देने का एलान किया है।
ज्ञापन में संघ के अध्यक्ष प्रेम नारायण पाण्डे, जयंत्री पाण्डे, आनंद सिंह, मारकंडे सिंह, रवि प्रताप सिंह, तारिक जिशान, मनोज जायसवाल, राजू सिंह, चंदन दूबे, राधेश्याम त्रिपाठी, प्रेम सिंह, अनुज सिंह, एकलाक खां, विवके सिंह, आशुतोष सिंह, प्रताप नारायण त्रिपाठी, बब्लू उपाध्याय, गुड्डू उपाध्याय, सत्य प्रकाश मिश्रा, सोनू चैबे, राजकुमार पांडे, उमेश पांडे के हस्ताक्षर मौजूद थे।