सड़क हादसे में फिर गई तीन की जान, टूटी सड़कों के कारण हर साल मरते है 6 सौ लोग
शिवनगर डिडई थाना क्षेत्र में सड़क के किनारे गिट्टी का ढेर जमा होने से हुआ हादसा, मृतकों में दो चचेरे भाई के साथ उनका एक दोस्त भी
नजीर मलिक
बांसी, सिद्धार्थनगर। बुधवार को जिले के डिडई थाने के आस पास हुए एक सड़क हादसे में तीन युवकों की जान चली गई। सडक हादसे का कारण चालकों की गलती नहीं वरन विभाग का गैर जिम्मेदार रवैया है। लकिन तीन लोग की जान गई तो विभाग पर कोई फर्क नहीं पड़ता। एक आंकड़े के अनुसार सड़क हादसे में हर साल लगभग 600 लागगिर कर जान दे देते है।जिनमें से अधिकांश के मौत की वजह सड़कों में बने गड्ढों में वाहनों के अचानक उछल जाने या फिसल जाने जैसी घटनाएं ही होती हैं।डिड़ई सड़क हादसे में भी ऐसा ही कुछ हुआ।जिसके चलते औसतन 19 साल के तीन लड़कों की की कच्ची उम्र में ही मौत हो गई। इन दर्दनाक मौतों से ग्रामीणों में शोक का माहौल तो है ही विभाग के प्रति आक्रोश भी व्याप्त है।
पता चला है कि जिले की बांसी तहसील क्षेत्र के कई मुख्य सड़कों के सटाकर गिट्टी गिरा कर छोड़ दी गई है। जिससे स्ड़क पर आवागमन कठिन होने के कारण के साथ ही लोगजाम तो लगता ही है, लोग हादसे का भी शिकार हो रहे हैं। खबर है कि सिद्धार्थनगर- बस्ती हाईवे की एक लेन पर लगभग 500 मीटर पर लगभग 15 दिन से गिट्टी गिरा कर छोड़ दी गई है, जिससे आवागमन एक ही लेन पर हो रहा है। इसी प्रकार स्ड़क पर गिटिटयों की ढेर में वाहन के फंस कर फिसल जाने की वजह से बुधवार को हादसा हुआ और 19 साल के साधूं यादव, उसके चचेरे भाई २० वर्षीय अभिषेक यादव व 18 वर्षीय दोस्त रमेश चौधरी की मौत हो गई। तीनों ही पड़ोस के गांव कड़ायागांव केनिवासी थे। यह गांवसिद्धार्थगीजिले के बार्डर पर बस्ती जिले में पड़ता है।
ऐसी हीं हाल जिले की लगभग दो दर्जन अन्य सउकों का है।बांसी-डुमरियागंज मार्ग पर रेहरा से लेकर पाला तक सड़क की पटरी का भी है। लगभग एक माह से सड़क पर गिट्टी गिराकर छोड़ दी गई है। डुमरियागंज भवानीगंज वाया कादिराबाद मार्ग पर के निर्माण में ऊंची नीची सड़क पर विभाग द्धारा कोई काशननि बनाये जाने के कारण भी यही खतरा बना हुआ है।
इसी प्रकार पथरा-तिगोड़वा मार्ग पर रामभारी गांव के दक्षिण तिगोड़वा तक सड़क की पटरी पर गिट्टी गिरा कर छोड़ दी गई है। खोरिया रघुबीर सिंह से लेकर भाग्गोभार मार्ग पर भी गिट्टियां गिराकर छोड़ी गई है। सेहरी-बरहपुर मार्ग पर भी भारी मात्रा में मिट्टी गिरा कर छोड़ दिया गया। इससे जहां हमेशा जाम लग रहा है, वहीं गिट्टी पर गिरकर लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। क्षेत्र के यार मोहम्मद, रामदास, अजय चौधरी, सीताराम, नूर मोहम्मद, सुनील कुमार, प्रसाद मिश्र, रमेश कुमार विश्वकर्मा आदि का कहना है कि जब भी कोई ठेकेदार मुख्य मार्ग को छोड़कर कहीं भी सड़क निर्माण करते हैं, तब सड़क बनाने वाली गिट्टी को मेन सड़क पर गिरा कर छोड़ देते हैं। इससे जाम लगने के साथ ही कई बार लोग दुर्घटना का शिकार होकर चोटिल होने से लेकर मौत का शिकार भी हो जाते हैं। डिड़ई में इसी वजह से हादसा हुआ है। बावजूद इसके जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
इन सड़कों के गड्ढे, गिट्टी के कारण यात्रियों के वाहन चलते चलते अचानक उछल जाते हैं, यस्लिप कर वहन पलट जाते हैं। कभी कभार वाहनों का संतुलन बिगड़ जाने से अचानक दो वहनों की टक्कर हो जाती है।इस प्रकार के हादसों में अक्सर लोगों की जान चली जाती है।
इस समस्या पर क्या कहता है विभाग
इस बारे में विभाग बहुत ही गैर जिम्मेदारी भरा जवाब देता है। लोक निर्माण विभाग बांसी खंड के अधिशाषी अभियंता वी.के. राय के अनुसार अगर सड़क के किनारे गिट्टी गिरा कर छोड़ी गई है तो यह गलत है। इसकी जानकारी लूंगा कि कहां पर गिट्टी गिराई गई, उसे जल्द हटवा दिया जाएगा। सानी अधिशाषी अभियंता केवल गिट्टी हटाने की बात करते है मगर सड़कों पर गिट्टी न गिराई जाये इस पर नियम का पालन करने की बात नहीं करते।