आत्माहत्या की तीन कोशिशें करने वाले बुर्जग ने आखिर चौथी बार मौत को गले लगा कर ही दम लिया

June 29, 2022 1:14 PM0 commentsViews: 581
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बेटे बहुओं से निरंतर हो रहे घरेलू विवाद के कारण निराशा और अवसाद के सागर में डूब गये थे 65 बरस के बुजुर्ग भीखी गिरि

अजीत सिंह

 डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज थाना क्षेत्र नगर पंचायत भारतभारी में एक बुजुर्ग ने तीन बार जहर खा कर जान देने की कोशिश की लेकिन हर बार वह किसी न किसी कारण ये बचा लिया जाता रहा। बीती रात उन्होंने पंखे से लटक कर अपनी मौत को तय कर ही दिया। इस बार हालात ऐसे थेकि उसे बचाने कोई न आ सका।  भीखी  गरि नामक 65 वर्षीय बुजुर्ग को जीवन में कोई कमी न थी। मगर बेटों की उपेक्षा औ आये दिन की कलह न उन्हें इतना परेशान किया कि वे मरने की कोशिशें करने लगे। अन्ततः चौथी कोशिश में वह इस दुनियां से विदा हो ही गये।

बताते हैं कि क्षेत्र के भारतभारी निवासी भीखी गिरि (60) कई दिनों से पारिवारिक विवाद को लेकर तनाव और अवसाद का शिकार थे। अकसर परिवार के लोगों से फोन पर लड़ाई झगड़े होते थे। भीखी गिरी की पत्नी की चार साल पहले मृत्यु हो चुकी थी। गिरि के तीन लड़के और चार लडकियां है। सभी बच्चों की शादी हो चुकी है। चारो लड़कियां अपने ससुराल में रहती हैं और तीनो बेटे महाराष्ट्र में जीविका पालन के लिए रहते है। भीखी अकेले गांव में रहते थे और खेती करके अपना जीवन बिता रहे थे।

अकसर बेटे व बहु से फोन पर वाद विवाद होता रहता था। चार-पांच माह पहले भी तीन बार भीखी ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था, लेकिन तीनों बार पट्टीदारों द्धारा समय से अस्पताल पहुंचा दिए जाने के कारण बच जाया करते थे। मगर सोमवार की भीखी के दिमाग में क्या आया वो कमरे में पंखे के रस्सी से फंदा लगाकर लटक गए। उनके इसचौथे प्रयास की जानकारी किसी को नहीं मिली। से इस बार उन्हें बचाने वाला कोई न था।

ग्रामीणों के अनुसार प्रत्येक दिन बेटी उसकी सबसे चहेती बेटी जिसकी शादी झीनक से हुई थी, पिता की हालचाल लेती थी, सोमवार की रात को भी लगभग 10.30 बजे बेटी ने ससुराल से पिता को फोन लगाया पर पिता का फोन न उठा तब बेटी ने अपने चाचा के लड़के को फोन किया।  चाचा का लड़का भीखी के घर जाकर उसे जाकर आवाज दिया तो कोई जवाब नहीं आया तब शटर उठा कर देखा तो देखा तो पता चला कि उनके बड़े पिता अंदर फंदे से लटके हैं। यह देखकर उसने शोर मचाया लोग आवाज सुनकर लोग इकट्ठा हो गए।

घटना  की सूचना पलिस को दी गई। मौके पर एसडीएम डुमरियागंज विकास कश्यप और  सीओ डुमरियागंज अजय श्रीवास्तव व कोतवाल डुमरियागंज सूर्यभान सिंह ने पहुंच कर कार्रवाई में जुट गए। पुलिस ने शव का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस संबंध में डुमरियागंज कोतवाल सूर्यभान सिंह का कहना है। सुसाइड नोट के हिसाब से आत्महत्या की गई है।शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

बेटा नहीं दमाद करेंगे अंतिम संस्कार

भीखी के कमरे में मिले सुसाइड नोट में लिखा है की मेरा अंतिम संस्कार पूजा पाठ मेरे दामाद झिनकू करेंगे। आगे यह भी लिखा है कि रणधीर के पास एक लाख रुपया है। जो मेरे दामाद झिनकू को दे दिया जाए। उसी से मेरा क्रिया कर्म किया जाए। मुझे भरोसा है आप लोग यह काम कर देंगे। इससे मेरी आत्मा को शांति मिलेगी। सुसाइड नोअ से साथ् अंदाजा लगता हैकि बेटों औ बहुओं से निरंतर विवाद ने उनके दिमाग पर गहरा असर डाला, जिससे वे टूट गये और दुख और हताशा में उन्हों ने यह कदम उठा डाला।

 

 

 

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