जमीन पर दिखते नहीं, क्या आसमान पर पेड़ लगा रहा वन विभाग?

September 23, 2015 3:51 PM0 commentsViews: 675
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संजीव श्रीवास्तव

बिना ट्री गार्ड के रोपा गया आम का पौधा। कैसे बचेंगे यह पौधे?

बिना ट्री गार्ड के रोपा गया आम का पौधा। कैसे बचेंगे यह पौधे?

वन विभाग सिद्धार्थनगर तीन साल में लाखों पौधे रोपने के दावे कर रहा है। लेकिन जमीन पर उनकी तादाद हजारों में ही दिखती है। सवाल है पौधों को जमीन निगल गई या फिर वह आसमान पर उगे हैं? आखिर पौध रोपण के सवा करोड़ रुपये कहां गये? इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है।

पिछले तीन वर्षो का ही आकंड़ा देखे, तो वन विभाग ताजा साल में 375 हेक्टेयर क्षेत्रफल में पौधरोपण करने का दावा कर रहा है। प्रभागीय निदेशक जी एस सक्सेना की मानें तो एक हेक्टेयर में कम से कम 11 सौ पौधों का रोपण होता है।

इस साल करीब 4 लाख 12 हजार 8 सौ पौधे लगाये गये हैं। इसी प्रकार पिछले वर्ष 426 हेक्टेयर पौधरोपण का लक्ष्य था। जिसमें 4 लाख 68 हजार 6 सौ पौधे लगायें गये थे।

वर्ष 2013 में 410 हेक्टेयर पौधरोपण कर विभाग द्वारा 4 लाख 51 हजार पौधे लगाने का दावा किया गया था। अगर तीन वर्ष को मिला लें, तो वन विभाग द्वारा 13 लाख 32 हजार 4 सौ पौधे लगाये गये हैं, मगर विभाग यह नहीं बता रहा है कि यह पौधरोपण सिद्धार्थनगर के किस हिस्से में लगाये गये हैं। इससे कहां पर हरियाली आयी?

स्वयं प्रभागीय निदेशक भी इस सवाल के जबाव दे पाने में असमर्थ हैं। कपिलवस्तु पोस्ट ने बुधवार को जब प्रभागीय निदेशक से पौध रोपण पर खर्च को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि इसका कोई तय पैमाना नहीं है।

जानकारों की मानें तो उनके मुताबिक 1 पौधे के रोपण पर कम से कम 10 रुपये खर्च होते हैं। इस प्रकार तीन सालों में ही सवा करोड़ से अधिक की रकम खर्च कर दी गयी, मगर हरियाली आज भी देखने को नहीं मिल रही

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