बसपा नेता पर फायरिंग मामले में दो लोग हिरासत में, शूटरों की तलाश में निकली पुलिस टीम
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। बसपा के पूर्व अध्यक्ष रमेश चमार को गोली मारने वाले के मामले में ढेबरुआ पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में ले लिया है। असली शूटरों की तलाश में पुलिस टीम रवाना कर दी गई है। उम्मीद है कि आने वाले 24 घंटों में घटना का खुलासा हो जायेगा।
प्रारम्भिक जांच में पुलिस ने बसपा पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश के गांव खजुरिया शर्की के ही दो लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से एक उनका खास चेला बताया जाता है। दूसरे से उनकी पुरानी रंजिश है। उनका चेला कभी उनका भरोसेमंद हुअ करता था।
भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक हिरासत में लिए गये दोनों व्यतियों को घटना की पूरी जानकारी है। पुलिस को दोनों शूटरों के बारे में सारी जानकारी भी मिल गई है। उनकी तलाश में पुलिस की स्वाट टीम बलरामपुर रवाना हो गई है।
पुलिस का मानना है कि मुमकिन है कि दोनों शूटर बलरामपुर में न मिलें। वह नेपाल भी भाग सकते हैं, लेकिन इतना तय है कि दोनों शूटर बलरामपुर के ही निवासी हैं। इसीलिए स्वाट टीम सबसे पहले बलरामपुर रवाना हुई है।
सूत्र बताते है कि हिरासत में लिए गये दोनों व्यक्ति मोहरे हो सकते हैं। असली मुलजिम कोई सफेदपोश भी हो सकता है। लेकिन वह कौन हो सकते हैं, इसका सच शूटरों के पकड़ में आने के बाद पता चल सकता है।
एसओ नहीं खोल रहे जुबान
जहां तक ढेबरुआ थनाध्यक्ष इन्द्रजीत यादव का सवाल है, वह इस बारे में जुबान नहीं खोल रहे। उनका यहां तक कहना है कि केस में कोई प्रगति नहीं है। लेकिन पुलिस के एक जिम्मेदार अफसर ने हिरासत और शूटरों की गिरफ््तारी के लए पुलिस टीम की रवानगी की पुष्टि की है। उनका कहना है कि अब केस ओपेन होने में 24 घंटों की देर रह गई है।
पूर्व अध्यक्ष के शरीर में अभी तक घुसी है गोली
दूसरी तरफ खबर है कि पूर्व अध्यक्ष रमेश के शरीर में घुसी गोली अभी तक नहीं निकल पाई है, जिससे खतरा अभी बरकरार है। गोली निकालने के लिए लखनउ में आपरेशन की तैयारी चल रही है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
याद रहे कि बसपा नेता रमेश को गुरुवार की शाम उनके गांव के करीब दो मोटर साइकिल सवारों ने गोली मार दी थी। जिसमें वह घायल हो गये थे। वैसे वह क्षेत्र में बहुत विवादित माने ते थे। इसीलिए उनकी कई लोगों से रंजिश भी चल रही थी।