15 साल के लड़के ने 14 साल के जिगरी दोस्त को बेहद वहशियाना तरीके से क्यों मार डाला?
नजीर मलिक
सिद्धार्थनगर। इटवा थाने के ग्राम विशुनपुर बैराडीह में मारा गया उमेश सिर्फ 14 साल था। उसकी हत्या के तीसरे दिन जो कातिल पकड़ा गया उसकी उम्र 15 साल की थी। कत्ल का अंदाज भी बड़ा वहशियाना था। जिसे जानकर हैरत से आंखें फट पड़ती है। आइये जानते हैं वह राज जिसके चलते 15 साल के लड़के को 14 साल के साथी का कत्ल करना पड़ा।
विशुनपुर बैराडीह गांव के उमेश की पड़ोस के गांव के श्याम (बदला नाम) से दोस्ती थी। दोनों साथ साथ रहते और एक दूसरे के साथ रहते थे। दोंनों का एक दूसरे के घर आना जाना था। आने जाने के दौरान उमेश का श्याम की बहन कामिनी (बदला नाम) से प्यार हो गया। वह भी लगभग उमेश के ही उम्र की थी। पकड़े जाने के बाद कामिनी के भाई श्याम ने पुलिस को बताया की उमेश का कामिनी से मिलना जुलना उसे पसंद नहीं था। इस बात के लिए श्याम ने कई बार उमेश गौतम को टोका भी था, मगर वह नही माना और उमेश ने कामिनी से मिलना जुलना बनाये रखा।
बयान के अनुसार उमेश की इस हरकत से आजिज आकर आखिर श्याम ने उमेश का मारने के लिए खौफनाक योजना बनाया और 28 अगस्त की रात उमेश को चाकू से गोद कर मार डाला तथा उसकी लाश को नहर पर फेंक कर घर चला आया। बता दें कि उमेश की हत्या बहुत क्रूरता से की गई थी। शरीर पर चाकू के कई वार के बाद गला रेत दिया गया था, जिसे देखते ही लग जाता था कि उमेश को मारते समय वह कितने नफरत और गुस्से में था। इस प्रकार एक प्रेम कहानी के चलते प्रकार दोनों की दोस्ती का अंत हो गया। एक नाबालिग उमेश की जिंदगी चली गई तथा दूसरा नाबालिग दोस्त श्याम बच्चों की जेल भेज दिया गया। नाबालिगों में बढ़ती प्रेम, सेक्स और अपराध में इस प्रकार की भावनाएं देख कर सोचना पड़ता है कि आज का युवा वर्ग किस दिशा में जा रहा है?